भोपाल। मध्यप्रदेश में लोकसभा चुनाव में बसपा और कांग्रेस में दूरियां बढ़ती जा रही है। गुना में बसपा उम्मीदवार लोकेंद्र सिंह राजपूत के पार्टी छोड़ कांग्रेस में शामिल होने और कांग्रेस उम्मीदवार ज्योतिरादित्य सिंधिया को समर्थन देने से बसपा सुप्रीमो मायावती नाराज हो गईं हैं।
मायावती ने ट्वीट करते हुए लिखा कि सरकारी मशीनरी के दुरुपयोग के मामले में कांग्रेस भी बीजेपी से कम नहीं। एमपी के गुना लोकसभा सीट पर बीएसपी उम्मीदवार को कांग्रेस ने डरा-धमकाकर जबर्दस्ती बैठा दिया है किन्तु बीएसपी अपने सिम्बल पर ही लड़कर इसका जवाब देगी व अब कांग्रेस सरकार को समर्थन जारी रखने पर भी पुनर्विचार करेगी।
मायावती के इस ट्वीट के बाद सूबे की सियासत गरमा गई है। भाजपा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष प्रभात झा ने कहा, पहले तो मायावती ये साफ करें की मध्यप्रदेश सरकार से समर्थन वापस लेना है कि नहीं। उन्होंने कहा कि मायावती अपनी पार्टीकी सर्वेसर्वा है और उनका निर्णय ही अंतिम है तो वो फैसला करके साफ करें कि समर्थन देना है या नहीं।
प्रभात झा ने कहा कि कांग्रेस प्रदेश में भ्रम फैला रही है कि बसपा उसका समर्थन कर रही है। इसलिए मायावती को तुरंत निर्णय लेना चाहिए। मध्यप्रदेश विधानसभा में मायावती की पार्टी बसपा के दो विधायक है जो कांग्रेस सरकार को समर्थन दे रहे हैं। जब भाजपा नेता लगातार दावा कर रहे हैं कि विधानसभा चुनाव के बाद कमलनाथ सरकार गिर जाएगी। ऐसे में मायावती के इस बयान के बाद सियासी सरगर्मी फिर बढ़ गई है।
मध्य प्रदेश विधानसभा में कांग्रेस को अपने बल पर बहुमत हासिल नहीं है। ऐसे में अगर बसपा ने समर्थन वापस ले लिया तो कमलनाथ सरकार पर संकट में आ सकती है।