चुनाव आयोग द्वारा लगाई रोक खत्म होते ही बीएसपी सुप्रीमो मायावती ने ट्वीट कर उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पर मेहरबानी के लिए आयोग पर निशाना साधा है।
मायावती ने ट्वीट कर कहा, 'चुनाव आयोग की पाबंदी का खुला उल्लंघन करके यूपी के सीएम योगी शहर- शहर व मन्दिरों में जाकर एवं दलित के घर बाहर का खाना खाने आदि का ड्रामा करके तथा उसको मीडिया में प्रचारित/प्रसारित करवाके चुनावी लाभ लेने का गलत प्रयास लगातार कर रहे हैं किन्तु आयोग उनके प्रति मेहरबान है, क्यों?'
उन्होंने एक अन्य ट्वीट में कहा कि अगर ऐसा ही भेदभाव व बीजेपी नेताओं के प्रति चुनाव आयोग की अनदेखी व गलत मेहरबानी जारी रहेगी तो फिर इस चुनाव का स्वतंत्र व निष्पक्ष होना असंभव है। इन मामलों मे जनता की बेचैनी का समाधान कैसे होगा? बीजेपी नेतृत्व आज भी वैसी ही मनमानी करने पर तुला है जैसा वह अब तक करता आया है, क्यों?
इस बीच, योगी के मीडिया सलाहकार मृत्युंजय कुमार ने मायावती के ट्वीट का जवाब देते हुए कहा 'किसी के व्यक्तिगत निमंत्रण पर उसके घर भोजन करना, व्यक्तिगत आस्था के तहत पूजन-दर्शन करना आयोग के निर्देशों का उल्लंघन कैसे हो सकता है? लिखा हुआ भाषण पढ़ती हैं तो आयोग के आदेश की प्रति भी पढ़िये।
उल्लेखनीय है कि चुनाव आयोग ने आदर्श आचार संहिता उल्लंघन के मामले में बसपा सुप्रीमो मायावती के प्रचार-प्रसार करने पर 48 घंटे का बैन लगाया था। यह रोक गुरुवार सुबह 6 बजे खत्म हो गई। योगी सीएम योगी आदित्यनाथ पर चुनाव आयोग ने 72 घंटे का प्रतिबंध लगाया है। प्रतिबंध लागू होने के बाद योगी बजरंग बली के दर्शन के लिए लखनऊ और अयोध्या का दौरा कर चुके हैं।