नई दिल्ली। वित्त मंत्री अरुण जेटली ने विपक्ष पर हमला बोलते हुए रविवार को दावा किया कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कभी जातिगत राजनीति नहीं की और वे राष्ट्रवाद से प्रेरित हैं।
मोदी के 'अति पिछड़ी जाति' के होने पर ट्विटर पर छिड़ी जुबानी जंग में कूदते हुए जेटली ने दावा किया किप्रधानमंत्री की जाति कैसे प्रासंगिक हो सकती है? उन्होंने सिर्फ विकास की राजनीति की है। वे राष्ट्रवाद से प्रेरित हैं। जेटली ने कहा कि जो जाति के नाम पर गरीबों को धोखा दे रहे हैं, वे कामयाब नहीं होंगे।
जेटली ने आरोप लगाया कि उन्होंने जातिगत राजनीति करके अकूत संपत्ति अर्जित की है। प्रधानमंत्री की संपत्ति बसपा और राजद के प्रथम परिवारों की तुलना में 0.01 प्रतिशत भी नहीं है।
वित्तमंत्री ने यह बात कांग्रेस के वरिष्ठ नेता एवं पूर्व केन्द्रीय मंत्री पी. चिदंबरम और राजद नेता तेजस्वी यादव के ट्वीट के जवाब में कही। चिदंबरम और तेजस्वी ने ट्वीट कर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की कन्नौज रैली में दिए गए बयान पर सवाल उठाए थे।
प्रधानमंत्री ने शनिवार को एक चुनावी रैली में कहा था कि मायावतीजी, मैं अति पिछड़ा हूं। मैं आपसे हाथ जोड़कर विनती करता हूं कि जातिगत राजनीति में मेरा नाम न घसीटें। 130 करोड़ लोग मेरा परिवार हैं। विरोधियों के गाली देने से पहले तक देश मेरी जाति नहीं जानता था। मैं मायावतीजी, अखिलेशजी, कांग्रेस के लोगों और 'महामिलावटियों' का शुक्रगुजार हूं कि वे मेरी जाति पर चर्चा कर रहे हैं। मेरा मानना है कि पिछड़ी जाति में जन्म लेना देश की सेवा करने का एक मौका है।