पटना। बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने भोपाल से भाजपा प्रत्याशी प्रज्ञा ठाकुर के नाथूराम गोडसे पर दिए बयान की निंदा करते हुए कहा कि भाजपा को उन्हें पार्टी से निकालने पर विचार करना चाहिए। उन्होंने कहा कि इस तरह का बयान बर्दाश्त नहीं किया जा सकता। हालांकि उन्होंने कहा कि इस पर पार्टी क्या एक्शन लेती है ये आंतरिक मसला है।
उन्होंने कहा कि सात चरणों में लंबा चुनाव कराए जाने पर सवाल खड़ा करते हुए कहा कि गर्मी में इतना लंबा चुनाव नहीं होना चाहिए इससे मतदान में लोगों की भागीदारी पर असर पड़ता है।
कुमार ने अपने पुत्र निशांत के साथ राजभवन स्थित मतदान केन्द्र पर मतदान करने के बाद पत्रकारों से बातचीत में कहा कि भीषणगर्मी में इतना लंबा चुनाव नहीं होना चाहिए। अप्रैल-मई में गर्मी होने की वजह से चुनाव प्रक्रिया में लोगों की भागीदारी कम हो जाती है। लोगों को तेज धूप में वोट डालना पड़ता है। पोलिंग बूथ पर वोटरों के लिए छांव की व्यवस्था की नहीं होती, इसलिए लोगों को परेशानी होती है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि चुनाव एक चरण का ही बेहतर होता है, लेकिन देश बड़ा है इसलिए दो या तीन चरणों में फरवरी-मार्च या अक्टूबर-नवंबर में कराया जाना चाहिए। इस संबंध में विचार-विमर्श करने के लिए सर्वदलीय बैठक होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि वह अपनी तरफ से इसपर सर्वसहमति बनाने के लिए वह सभी दलों के नेताओं को पत्र लिखेंगे। इस मामले में सभी लोग एकमत हो जाएं तो बहुत अच्छा होगा।