पटना। कांग्रेस पार्टी की एक चुनावी रैली में मोहम्मद अली जिन्ना का नाम लेने पर भाजपा की आलोचना का शिकार हो रहे नेता शत्रुघ्न सिन्हा ने शनिवार को कहा कि वह इसमें माफी मांगने जैसा कुछ भी नहीं देखते हैं क्योंकि उनकी जबान फिसल गई थी।
सिन्हा ने यहां कहा कि मैंने मोहम्मद अली जिन्ना के बारे में जो भी कहा है, वह जुबान फिसलने की वजह से हुआ है। दरअसल, मैं महान स्वतंत्रता सेनानी और देश के प्रथम शिक्षामंत्री मौलाना अबुल कलाम आजाद का नाम लेना चाहता था लेकिन जुबान फिसली और मुंह से मोहम्मद अली जिन्ना निकल गया।
सिन्हा ने मध्यप्रदेश के छिंदवाड़ा में एक चुनावी सभा को संबोधित करते हुए कहा था कि कांग्रेस राष्ट्रपिता महात्मा गांधी, सरदार वल्लभ भाई पटेल, पं. जवाहर लाल नेहरू, जिन्ना और राजीव गांधी से लेकर राहुल गांधी तक तथा पहले भी नेताजी सुभाष चंद्र बोस की पार्टी है। इस परिवार के सभी लोगों की देश के आजादी और विकास में अहम भूमिका रही इसलिए इस परिवार में आया हूं। अब कभी मुड़कर नहीं देखूंगा।
जैसी पार्टी होती है वैसी ही सोच होती है : डाल्टनगंज (झारखंड) में भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह ने शनिवार को कांग्रेस नेता शत्रुघ्न सिन्हा के जिन्ना की प्रशंसा वाले बयान पर कटाक्ष करते हुए कहा कि जैसी पार्टी में व्यक्ति होता है, उसकी सोच भी वैसी ही हो जाती है।
शाह ने जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री और नेशनल कॉन्फ्रेंस के नेता उमर अब्दुल्ला पर हमला बोलते हुए कहा कि एक देश में 2 प्रधानमंत्री भाजपा कभी नहीं होने देगी। भाजपा प्रमुख अमित शाह ने शनिवार को यहां एक चुनावी सभा को संबोधित करते हुए यह बात कही।
शाह ने शत्रुघ्न सिन्हा के पाकिस्तान के जनक मोहम्मद अली जिन्ना की प्रशंसा वाले बयान की तीखी आलोचना की और कहा कि कांग्रेस की सोच देश को विभाजित करने वाली है, वैसी ही सोच वहां जाने वाले नेताओं की हो जाती है। उन्होंने कहा कि शत्रुघ्न जब तक भाजपा में थे, उनमें राष्ट्रवाद था और अब देखिए क्या हो गया उनको? (एजेंसियां)