मुरलीधरन की चुनावी हार से केरल कांग्रेस में विवाद, जिला नेतृत्व की आलोचना की
कार्यकर्ताओं ने की जिला पार्टी नेतृत्व के इस्तीफे की मांग
Controversy in Kerala Congress: केरल के त्रिशूर (Thrissur) लोकसभा (Lok Sabha) क्षेत्र से वरिष्ठ कांग्रेस नेता के मुरलीधरन (Muraleedharan) की करारी हार के कारण पार्टी की राज्य इकाई में विवाद शुरू हो गया है। बुधवार को तिरुवनंतपुरम (Thiruvananthapuram) में उनकी 'अप्रत्याशित' हार के लिए जिला नेतृत्व की आलोचना करते हुए पोस्टर लगाए गए।
अनेक नेताओं ने की अपील : मुरलीधरन ने मंगलवार को घोषणा की कि वह अब चुनाव नहीं लड़ेंगे और कुछ समय के लिए सार्वजनिक जीवन से दूर रहेंगे। केसी वेणुगोपाल, शशि थरूर और पीके कुन्हालीकुट्टी सहित यूनाइटेड डेमोक्रेटिक फ्रंट (यूडीएफ) के कई वरिष्ठ नेताओं ने मुरलीधरन से अपील की कि वे इस हार से निराश न हों।
कार्यकर्ताओं ने की जिला पार्टी नेतृत्व के इस्तीफे की मांग : मंगलवार को घोषित परिणामों में भाजपा उम्मीदवार सुरेश गोपी ने त्रिशूर निर्वाचन क्षेत्र से जीत हासिल की और भाकपा के सुनील कुमार दूसरे स्थान पर रहे जबकि मुरलीधरन तीसरे स्थान पर रहे और उन्हें 3,28,124 वोट मिले। भाजपा की जीत से हैरान युवा कांग्रेस कार्यकर्ताओं के एक वर्ग ने जिला पार्टी नेतृत्व की तीखी आलोचना की और केरल में कथित रूप से 'संघ परिवार की ताकतों के लिए दरवाजे खोलने' के लिए उनके इस्तीफे की मांग की।
बुधवार को यहां जिला कांग्रेस कमेटी (डीसीसी) कार्यालय की दीवारों पर कथित तौर पर युवा कांग्रेस कार्यकर्ताओं द्वारा लगाए गए पोस्टर दिखाई दिए। इन पोस्टर में पूर्व सांसद टीएन प्रतापन और प्रदेश पार्टी अध्यक्ष जोस वल्लूर पर हार का आरोप लगाया गया। भाजपा के सुरेश गोपी ने 74,686 मतों के अंतर से जीत हासिल की है और इसके साथ ही पार्टी ने राज्य में अपना खाता खोल लिया है।(भाषा)
Edited by: Ravindra Gupta