Bharat Jodo Nyay Yatra का समापन, राहुल गांधी बोले- राजा की आत्मा में ED और EVM
मुंबई में विपक्षी नेताओं का शक्ति प्रदर्शन
Bharat Jodo Nyay Yatra : कांग्रेस नेता राहुल गांधी के नेतृत्व में पिछले 2 महीनों से चली आ रही भारत जोड़ो न्याय यात्रा का आज समापन हो गया। यात्रा का समापन से पहले मुंबई के शिवाजी पार्क में एक रैली का आयोजन किया गया। इस दौरान इंडिया गठबंधन के तमाम नेता एक साथ मंच पर आये। केंद्र की सत्तारूढ़ भाजपा पर कई विपक्षी नेताओं ने एक मंच से निशाना साधा।
इसमें एनसीपी नेता शरद पवार, उद्धव ठाकरे, आदित्य ठाकरे, आरजेडी प्रमुख तेजस्वी यादव, जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री फारुख अब्दुल्ला, आप नेता सौरभ भारद्वाज, तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एम.के. स्टालिन और मल्लिकार्जुन खरगे समेत कई नेता मौजूद रहे। राहुल गांधी ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी पर निशाना साधा।
राहुल गांधी ने कहा कि हिन्दू धर्म में एक शब्द होता है 'शक्ति'। हम एक शक्ति से लड़ रहे हैं। प्रश्न यह है कि वह शक्ति क्या है? राजा की आत्मा EVM में है, यह सच है। राजा की आत्मा EVM और देश की हर संस्था, ईडी, सीबीआई में है... महाराष्ट्र के एक वरिष्ठ नेता कांग्रेस पार्टी को छोड़ते हैं और मेरी मां से रोते हुए कहते हैं कि 'सोनिया जी, मुझे शर्म आ रही है कि मेरे पास इस शक्ति से लड़ने की हिम्मत नहीं है। मैं जेल नहीं जाना चाहता। इस तरह के हजारों लोगों को डराया गया है।
ईडी और सीबीआई के बिना नहीं जीत पाएंगे चुनाव : राहुल ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ईवीएम, ईडी (प्रवर्तन निदेशालय), सीबीआई (केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो) और आयकर विभाग के बिना लोकसभा चुनाव नहीं जीत पाएंगे। बढ़ती बेरोजगारी, महंगाई और समाज में नफरत को उजागर करने के लिए उन्हें अपनी भारत जोड़ो यात्रा शुरू करने के लिए मजबूर होना पड़ा।
मोदी हल्के आदमी : राहुल ने कहा कि मोदी के खिलाफ हमारी लड़ाई निजी नहीं है। वह (मोदी) एक मुखौटा हैं, जो शक्ति के लिए काम करते हैं। वह हल्के आदमी हैं, जिनका 56 इंच का सीना नहीं है।
कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष ने आरोप लगाया कि प्रधानमंत्री मोदी का भ्रष्टाचार पर एकाधिकार है। उन्होंने सवाल किया, क्या आपको लगता है कि शिवसेना और राकांपा (राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी) के लोग अलग होकर सत्तारूढ़ गठबंधन में ऐसे ही शामिल हो गए।
जेल नहीं चाहते थे : 2022 में एकनाथ शिंदे के नेतृत्व में शिवसेना के विधायकों ने बगावत कर दी थी, जिससे पार्टी में विभाजन हो गया। बाद में शिंदे भाजपा के साथ गठबंधन कर मुख्यमंत्री बने। वहीं, अजित पवार की बगावत के बाद राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) में फूट पड़ गई। राहुल ने यह भी दावा किया कि महाराष्ट्र के एक नेता ने उनकी मां सोनिया गांधी के सामने रोते हुए कहा कि उन्हें शर्म आती है कि वह इस ताकत से और नहीं लड़ सकते और जेल नहीं जाना चाहते।
कांग्रेस नेता ने दावा किया कि मोदी इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन (ईवीएम) के बिना चुनाव नहीं जीत सकते। राहुल ने कहा, हमने निर्वाचन आयोग से वीवीपीएटी (वोटर वेरिफाइड पेपर ऑडिट ट्रेल) की भी गिनती करने के लिए कहा, लेकिन हमारी मांग स्वीकार नहीं की गई।
नेताओं का शक्ति प्रदर्शन : 'इंडियन नेशनल डेवलपमेंटल इनक्लूसिव एलायंस' (इंडिया) गठबंधन के घटक दलों के नेताओं ने लोकसभा चुनाव से पहले शक्ति प्रदर्शन करते हुए यहां एक विशाल रैली की। देश में 19 अप्रैल से सात चरणों में लोकसभा चुनाव शुरू होंगे।
बदलना चाहती है संविधान : विपक्षी गठबंधन 'इंडिया' के नेताओं ने जनता से अपने मताधिकार का सावधानीपूर्वक प्रयोग करने की अपील करते हुए कहा कि प्रधानमंत्री मोदी का तीसरा कार्यकाल यह सुनिश्चित करेगा कि आगामी लोकसभा चुनाव देश में आखिरी चुनाव हो। उन्होंने कहा कि भाजपा संविधान बदलने के लिए 400 से अधिक सीट चाहती है।
मोदी की गारंटी सुरक्षा नहीं : राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी-शरदचंद्र पवार (राकांपा-शरद पवार) के अध्यक्ष शरद पवार ने अपने संबोधन में कहा कि महात्मा गांधी ने मुंबई से 'भारत छोड़ो' का आह्वान किया था। उन्होंने विपक्षी गठबंधन 'इंडिया' के नेताओं से भाजपा को सत्ता से बाहर करने की शपथ लेने की अपील की।
उन्होंने कहा, 'भाजपा ने लोगों से किये वादे पूरे नहीं किए। जो लोग प्रतिबद्धताओं का सम्मान नहीं करते उन्हें सत्ता से बाहर कर देना चाहिए। 'मोदी की गारंटी' की कोई सुरक्षा नहीं है।'
महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री और शिवसेना-उद्धव बालासाहेब ठाकरे (शिवसेना-यूबीटी) के प्रमुख उद्धव ठाकरे ने कहा, 'जब जनता एकजुट होती है, तो तानाशाही खत्म हो जाती है। किसी देश को एक व्यक्ति के नाम पर नहीं पहचाना जाना चाहिए लेकिन अब भारत सरकार को मोदी सरकार कहा जाने लगा है। क्या आप देश का नाम बदलना चाहते हैं? अब भाजपा को सत्ता से उखाड़ फेंकने और संविधान की रक्षा करने का समय आ गया है।' उन्होंने कहा कि भाजपा 400 लोकसभा सीट जीतना चाहती है क्योंकि वह संविधान बदलना चाहती है।
क्या बोले तेजस्वी : राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के नेता तेजस्वी यादव ने रैली को संबोधित करते हुए कहा कि प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) और केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) की मदद से सरकारें गिराई जा रही हैं।
बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री ने कहा, 'हमारी लड़ाई नफरत की विचारधारा के खिलाफ है। हम व्यक्तिगत रूप से प्रधानमंत्री मोदी या अमित शाह (केंद्रीय गृह मंत्री) के खिलाफ नहीं हैं।'
पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (पीडीपी) की अध्यक्ष और जम्मू-कश्मीर की पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती ने कहा कि भाजपा के लोग राहुल गांधी के नाम में 'गांधी' से डरते हैं। उन्होंने कहा, 'भाजपा संविधान बदलने के लिए 400 से अधिक लोकसभा सीट जीतने की बात करती है।'
कल्पना सोरेन भी किया संबोधित : झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की पत्नी कल्पना सोरेन ने रैली को संबोधित करते हुए कहा कि उनके पति को एक साजिश के तहत जेल भेजा गया। ईडी ने धन शोधन के मामले में हेमंत सोरेन को गिरफ्तार किया है।
वीबीए को लेकर सस्पेंस : वंचित बहुजन अघाड़ी (वीबीए) के प्रमुख और डॉ. बी आर आंबेडकर के पोते प्रकाश आंबेडकर भी रैली का हिस्सा बने लेकिन उन्होंने स्पष्ट रूप से यह नहीं बताया कि वह विपक्षी गठबंधन 'इंडिया' का हिस्सा हैं या नहीं।
उन्होंने आम चुनाव में पश्चिम बंगाल में अकेले मैदान में उतरने वाली तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) प्रमुख ममता बनर्जी का जिक्र करते हुए कहा कि चाहे साथ हो या अकेले, आपको लड़ना होगा। बंगाल अलग रास्ते पर चला गया है। यहां एक साथ आने के प्रयास हो रहे हैं।'
चुनावी बॉन्ड सफेद पोश भ्रष्टाचार : तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एम.के. स्टालिन ने रविवार को चुनावी बॉण्ड को सत्तारूढ़ भाजपा का सफेदपोश भ्रष्टाचार बताया और कहा कि विपक्षी दलों का गठबंधन इंडिया केंद्र में एक धर्मनिरपेक्ष, संघीय और समावेशी सरकार बनाएगा। मुंबई के शिवाजी पार्क में हुई इंडिया गठबंधन की रैली में स्टालिन पहले वक्ता थे।
उन्होंने दावा किया, प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने पिछले दस वर्षों में केवल दो काम किए हैं - विदेश यात्राएं और दुष्प्रचार। हमें इसे रोकना होगा।
द्रविड़ मुन्नेत्र कषगम (द्रमुक) के प्रमुख ने कहा कि चूंकि विपक्ष ने अपने गठबंधन का नाम इंडिया (इंडियन नेशनल डेवलपमेंट इंक्लूसिव अलायंस) रखा है, इसलिए भाजपा ने इंडिया शब्द का इस्तेमाल बंद कर दिया है।
स्टालिन ने कहा, “यह डर है। प्रधानमंत्री मोदी ने हमें भ्रष्ट कहकर बदनाम करना शुरू कर दिया है, लेकिन चुनावी बॉण्ड ने साबित कर दिया कि भारतीय जनता पार्टी भ्रष्ट है। यह भाजपा का सफेदपोश भ्रष्टाचार है। उन्होंने कहा कि भारत के लिए भाजपा से बड़ा कोई खतरा नहीं है।
स्टालिन ने कहा, हमें भाजपा को हराना है। कन्याकुमारी से शुरू हुई यात्रा दिल्ली में सत्ता हासिल करके समाप्त होनी चाहिए।
उन्होंने कहा कि लोकसभा चुनाव के बाद इंडिया गठबंधन केंद्र में एक धर्मनिरपेक्ष, संघीय और समावेशी सरकार बनाएगा।
जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री फारूक अब्दुल्ला ने कहा कि देश को बचाने के लिए इंडिया गठबंधन के साथी एकजुट हो गए हैं। आम आदमी पार्टी (आप) के नेता और दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सौरभ भारद्वाज ने कहा, हम सभी यहां एक साथ हैं क्योंकि हमें जेल जाने का डर नहीं है। जीतने के लिए हमें लड़ना होगा।
भारद्वाज ने कहा कि चुनावी बॉण्ड ने भाजपा को बेनकाब कर दिया है और लोगों को इसके बारे में जागरूक किया जाना चाहिए। इनपुट भाषा