Naresh Tikait's statement regarding elections : किसान नेता और भारतीय किसान यूनियन (भाकियू) के राष्ट्रीय अध्यक्ष नरेश टिकैत ने 400 का आंकड़ा पार करने के दावे को लेकर शुक्रवार को भाजपा पर निशाना साधते हुए कहा कि लोग चुनाव को लेकर बहुत उत्साहित नहीं हैं, उनका भ्रम टूट गया है। साथ ही, चुनाव कई चरणों में हो रहे हैं, चुनाव एक ही चरण में होने चाहिए।
टिकैत ने कहा, अगर वे 400 कह रहे हैं, तो उन्हें चुनाव लड़ने की क्या ज़रूरत है? ये खास बात है कि वे इसे पहले से ही मानकर चल रहे हैं। क्या उनके पास कोई ज्योतिषी है जिसने भविष्यवाणी की है कि यह होने वाला है। पहले चरण में शुक्रवार को मुजफ्फरनगर समेत पश्चिमी उप्र की आठ लोकसभा सीटों पर मतदान हो रहा है।
चुनाव एक ही चरण में होने चाहिए : उन्होंने कहा, लोग वोट के जरिए अपनी भावनाएं व्यक्त करते हैं। हालांकि मतदान की रफ्तार धीमी है और शाम तक ऐसा ही रहेगा। लोगों में अब कोई उत्साह नहीं है, उनका भ्रम टूट गया है। साथ ही, चुनाव कई चरणों में हो रहे हैं, चुनाव एक ही चरण में होने चाहिए और नतीजे तीसरे दिन घोषित किए जाने चाहिए और अगले चार-पांच दिनों में (नई सरकार का) शपथ ग्रहण होना चाहिए।
टिकैत ने कहा, देश में आपातकाल जैसे हालात हैं। जनता के बीच इस तरह की बातें हैं। उन्होंने कहा, इस क्षेत्र के लोगों को गुलामी पसंद नहीं है। शायद कोई क्षेत्र, राज्य या सीट होगी जिन्हें गुलामी पसंद है। लोग वोट न देकर गुलामी का विरोध कर रहे हैं।
90-95 प्रतिशत लोग ईवीएम के खिलाफ : किसान नेता ने कहा, बूथ कब्जाने का युग बीत चुका है, हर कोई मशीन के बारे में शिकायत कर रहा है तो फिर मतपत्रों के माध्यम से चुनाव क्यों नहीं कराए जा रहे हैं? 90-95 प्रतिशत लोग मशीन (ईवीएम) के खिलाफ हैं। यह एक मशीन है और इसमें छेड़छाड़ हो सकती है।
गन्ना किसानों को भुगतान के बारे में टिकैत ने कहा, वे भुगतान को एहसान के रूप में दिखाते हैं। क्या वे मुफ्त में दे रहे हैं? क्या हमने उन्हें अपना गन्ना उत्पाद नहीं दिया है? किसान आज ठगा हुआ महसूस कर रहे हैं और महसूस कर रहे हैं कि उन्होंने सब कुछ खो दिया है। किसान दुखी हैं।(भाषा)
Edited By : Chetan Gour