Prime Minister Modi targeted Samajwadi Party and Congress : प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने समाजवादी पार्टी (सपा) और कांग्रेस पर सिर्फ अपने और अपने बच्चों के भविष्य के लिए चुनाव लड़ने का आरोप लगाते हुए रविवार को कहा कि 'शाही परिवार' का वारिस ही प्रधानमंत्री या मुख्यमंत्री बनेगा, यह कुप्रथा 'चाय वाले' ने तोड़ दी है।
प्रधानमंत्री ने सपा के गढ़ माने जाने वाले इटावा में एक चुनावी रैली को संबोधित करते हुए कहा, मोदी भारत के लिए आने वाले पांच साल ही नहीं बल्कि 25 सालों का रास्ता बना रहा है। मोदी यह सब क्यों कर रहा है क्योंकि मोदी रहे ना रहे देश हमेशा रहेगा। मोदी ने कहा, यह सपा कांग्रेस वाले क्या कर रहे हैं? यह अपने भविष्य के लिए, अपने बच्चों के भविष्य के लिए चुनाव लड़ रहे हैं।
उन्होंने सपा और कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा, इन परिवारवादियों की विरासत क्या है.... गाड़ी, बंगला, राजनीतिक रसूख। कोई मैनपुरी, कन्नौज और इटावा को अपनी जागीर मानता है तो कोई अमेठी और रायबरेली को अपनी जागीर मानता है। प्रधानमंत्री ने कहा, लेकिन मोदी की विरासत गरीब का पक्का घर है, देश की करोड़ों माताओं-बहनों को मिला शौचालय है, दलितों-पिछड़ों को मिली बिजली, गैस और नल (से पानी) जैसी सुविधा है।
उन्होंने कहा, मोदी किसके लिए खप रहा है? मैंने तो अपने आगे पीछे कुछ रखा ही नहीं। योगी जी (मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ) भी वैसे ही हैं। हमारे तो बच्चे हैं नहीं। हम आपके बच्चों का भविष्य बनाने के लिए खप रहे हैं। प्रधानमंत्री ने कहा, मोदी की बनाई गई विरासत सबके लिए है। हम चाहते हैं कि 2047 में आपका बेटा-बेटी प्रधानमंत्री बने, मुख्यमंत्री बने। शाही परिवार का वारिस ही प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री बनेगा यह कुप्रथा इस चाय वाले ने तोड़ दी है।
मोदी ने कहा कि समाज सुधारक राजाराम मोहन राय का नाम आता है तो कहा जाता है कि उन्होंने कुप्रथा खत्म की, वैसे ही एक दिन आएगा जब कहा जाएगा कि देश में एक प्रधानमंत्री होते थे, चाय वाले थे और उन्होंने एक ऐसी प्रथा को तोड़ दिया जिससे अब गरीब का बेटा भी मुख्यमंत्री बन सकता है, गरीब का बेटा भी प्रधानमंत्री बन सकता है।
मोदी ने अपने भाषण की शुरुआत सपा संस्थापक मुलायम सिंह यादव के जिक्र के साथ की। उन्होंने कहा, 2019 के लोकसभा चुनाव से पहले की बात याद आ रही है। संसद का सत्र चल रहा था। वह पिछली लोकसभा का आखिरी सत्र था तब मुलायम सिंह जी भाषण करने के लिए खड़े हुए और कहा था, मोदी जी आप तो दोबारा जीत कर आने वाले हैं। अब नेताजी हमारे बीच नहीं हैं... लेकिन उनकी यह बात एक तरह से आशीर्वाद बन गई।
उनके नारे भी झूठ और नियत में भी खोट : मोदी ने आरोप लगाया, सपा-कांग्रेस की बातें और वादे झूठे हैं। उनके नारे भी झूठ और नियत में भी खोट है। यह लोग लगातार झूठ बोलेंगे चाहे उसमें देश का, समाज का कितना ही नुकसान क्यों न हो। प्रधानमंत्री ने दावा किया, अब वे हमारे लोकतंत्र, हमारे संविधान को लेकर झूठ फैलाने में एड़ी-चोटी का जोर लगा रहे हैं क्योंकि मोदी ने उनके वोट बैंक की और उनके तुष्टिकरण की पोल खोल दी है।
उन्होंने कहा कि जब देश का संविधान बन रहा था तब तय हुआ था कि धर्म के आधार पर आरक्षण नहीं दिया जाएगा। मोदी के मुताबिक, यहां तक कि संविधान निर्माता भीम राव आम्बेडकर और जवाहरलाल नेहरू तक ने कहा था कि धर्म के आधार पर आरक्षण नहीं होगा।
मोदी ने आरोप लगाया, लेकिन अब सपा व कांग्रेस अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति और अन्य पिछड़े वर्ग का आरक्षण छीनकर उसे धर्म के आधार पर बांटना चाहते हैं। उन्होंने दावा किया कि कर्नाटक में रातोंरात उन्होंने (कांग्रेस सरकार ने) मुस्लिम जातियों को ओबीसी घोषित कर दिया जिससे ओबीसी को मिले 27 फीसदी आरक्षण का बड़ा हिस्सा चोरी कर लिया गया तथा बाकियों के पास कुछ बचा ही नहीं।
यह बहुत बड़े खतरे की घंटी है : प्रधानमंत्री ने कहा, उत्तर प्रदेश में ऐसा हुआ तो मेरे यादव भाई बहन, मौर्य, पाल, जाटव, शाक्य, कुशवाहा भाई-बहन के हक का क्या होगा। यह बहुत बड़े खतरे की घंटी है। उन्होंने कहा, सपा-कांग्रेस की खोटी नियत का हिसाब बहुत लंबा है। आप याद कीजिए पांच साल पहले कांग्रेस का शाही परिवार चुनाव के समय मंदिर-मंदिर घूम रहा था। कांग्रेस के शहजादे ने तो कोट के ऊपर जनेऊ तक पहन लिया था लेकिन इस बार मंदिर के दर्शन बंद। कोट के ऊपर का जनेऊ उतर गया। इतना ही नहीं 500 साल बाद एक ऐतिहासिक पल आया। पूरा देश राम मंदिर बनने से खुश हुआ लेकिन इन्होंने प्राण प्रतिष्ठा का निमंत्रण भी ठुकरा दिया।
मोदी ने कहा, अभी मैं गुजरात के द्वारिका गया था। पुरातत्वविद कहते हैं कि भगवान श्रीकृष्ण की द्वारिका समुद्र के नीचे डूबी हुई है। मेरा मन किया कि जो द्वारिका प्रभु कृष्ण ने बनाई है वहां जाकर माथा टेकना चाहिए। मैं समुद्र में नीचे गया। पूजा की और भगवान कृष्ण को भेंट चढ़ाकर आया। कांग्रेस के शहजादे को बड़ी परेशानी हुई।
उन्होंने कहा, अब मैं यहां के सपा वालों से पूछना चाहता हूं कि अरे! आप तो अपने आप को यदुवंशी कह रहे हैं, श्रीकृष्ण के वारिस कह रहे हैं। आज देश का प्रधानमंत्री श्रीकृष्ण की पूजा करे और तुम्हारे अपने साथी उसकी आलोचना करें। अरे! तुम काहे के यदुवंशी हो।
उन्होंने आरोप लगाया, मोदी को गाली देते देते यह लोग भगवान कृष्ण तक का अपमान करने लगे हैं और यह यदुवंशी उनकी आरती उतार रहे हैं। आपको शहजादे की आरती उतारनी हो तो उतारो। मोदी तो श्रीकृष्ण की आरती उतारेगा। पहले उन्होंने कहा कि द्वारिका में समुद्र के बीच कुछ है ही नहीं अब कल उन्होंने फिर कृष्ण पूजा का मजाक उड़ाया। इन्हें आपकी आस्था से कोई मतलब नहीं है। मोदी ने अपनी सरकार की विभिन्न योजनाओं का जिक्र करते हुए कहा कि उनकी नीति समाज के हर वर्ग को सशक्त करने की है। (भाषा)
Edited By : Chetan Gour