Select Your Language

Notifications

webdunia
webdunia
webdunia
webdunia
Advertiesment

राहुल गांधी के रायबरेली से चुनाव लड़ने को लेकर क्या बोले राजनाथ सिंह

कहा, भारत को 56 इंच के सीने वाला नेता चाहिए, मैदान से भागने वाला नहीं

हमें फॉलो करें rajnath singh

वेबदुनिया न्यूज डेस्क

, शुक्रवार, 3 मई 2024 (19:40 IST)
Rajnath Singh targeted Rahul Gandhi : रक्षामंत्री राजनाथ सिंह (Rajnath Singh) ने शुक्रवार को रोहतक में कहा कि भारत को 56 इंच के सीने (56 inch chest) वाले नेता की जरूरत है, न कि युद्ध से भागने वाले नेता की। साथ ही उन्होंने कांग्रेस नेता राहुल गांधी (Rahul Gandhi) का अमेठी छोड़कर रायबरेली (Rae Bareli) से चुनाव लड़ने को लेकर मजाक उड़ाया।

 
राहुल गांधी पर साधा निशाना : वरिष्ठ भाजपा नेता ने यहां एक जनसभा में पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष पर निशाना साधते हुए कहा कि उनके जैसे लोग देश का नेतृत्व करना चाहते हैं। उन्होंने दावा किया कि कांग्रेस के कई नेता चाहते थे कि राहुल अमेठी से चुनाव लड़ें लेकिन उन्होंने भागने का विकल्प चुना। सिंह ने कहा कि वे अमेठी से चुनाव लड़ने की हिम्मत नहीं जुटा सके। मुझे चिंता है कि इस लड़ाई से भागने के बाद उन्हें कोई अन्य नाम दिया जा सकता है।
 
मोदी के नेतृत्व की सराहना की : उन्होंने भारत की बढ़ती अर्थव्यवस्था के लिए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व की सराहना करते हुए कहा कि उनके (गांधी) जैसे लोग देश का नेतृत्व करना चाहते हैं। देश का नेतृत्व करने के लिए आपके पास 56 इंच का सीना होना चाहिए। प्रधानमंत्री मोदी अक्सर खुद को 56 इंच के सीने वाला नेता बताते हैं ताकि यह स्पष्ट कर सकें कि वे मजबूत और निर्णय लेने वाले हैं।

 
राहुल गांधी अमेठी के बजाय रायबरेली से चुनाव लड़ेंगे : कांग्रेस ने आज घोषणा की कि राहुल गांधी अमेठी के बजाय रायबरेली लोकसभा सीट से चुनाव लड़ेंगे। लोकसभा में 3 बार अमेठी निर्वाचन क्षेत्र का प्रतिनिधित्व करने के बाद राहुल गांधी 2019 में केंद्रीय मंत्री और भाजपा नेता स्मृति ईरानी से चुनाव हार गए थे हालांकि उन्होंने केरल की वायनाड सीट से जीत हासिल की थी। उनकी मां सोनिया गांधी 2004 से रायबरेली सीट से जीतती आ रही हैं और अब राज्यसभा सदस्य बन गई हैं।
 
चुनाव बाद कांग्रेस का भी सफाया हो जाएगा : सिंह ने दावा किया कि चुनाव खत्म होने के साथ ही कांग्रेस का भी सफाया हो जाएगा। सिंह ने पाकिस्तानी नेता चौधरी फवाद हुसैन द्वारा राहुल गांधी की प्रशंसा करने पर भी कांग्रेस की आलोचना की और कहा कि विगत में हुसैन ने भारत में पुलवामा आतंकी हमले का समर्थन किया था।
 
भारत द्वारा पाकिस्तान में आतंकी शिविरों को निशाना बनाए जाने के संदर्भ में सिंह ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में देश ने संदेश दिया है कि वह सीमा के अंदर और बाहर अपने दुश्मनों को निशाना बना सकता है। सिंह ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में भारत एक मजबूत देश के रूप में उभरा है जिसकी आवाज सुनी जाती है। रक्षामंत्री ने कहा कि भारत ने यह संदेश दिया है कि वह (आतंकवादियों को) अपनी सीमा के अंदर भी मार सकता है और बाहर भी।

 
उन्होंने कहा कि आजादी के बाद महात्मा गांधी चाहते थे कि कांग्रेस को भंग कर दिया जाना चाहिए और उसे राजनीति में नहीं रहना चाहिए। उन्होंने तंज कसते हुए कहा कि लोगों को चुनाव में उनकी इच्छा पूरी करनी चाहिए और मुख्य विपक्षी दल को खत्म कर देना चाहिए। सिंह ने कहा कि विश्व स्तर पर भारत की अर्थव्यवस्था दुनिया की पांचवीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन गई है। उन्होंने कहा कि 25 करोड़ से अधिक लोगों को गरीबी से बाहर निकाला गया है।

 
उन्होंने कहा कि जब दोनों देशों के बीच युद्ध छिड़ा तो मोदी ने 4 घंटे से अधिक समय तक युद्धविराम सुनिश्चित करने के लिए रूसी और यूक्रेनी नेताओं से बात की ताकि भारतीय छात्रों को युद्ध क्षेत्र से निकाला जा सके। सिंह ने कांग्रेस पर विभाजनकारी राजनीति करने का आरोप लगाया और इसके नेता सैम पित्रोदा द्वारा विरासत कर का उल्लेख करने के बाद पैदा हुए हालिया विवाद का हवाला दिया।
 
रक्षामंत्री ने कहा कि लोकसभा चुनाव में भाजपा की जीत सूरत से उसके उम्मीदवार के निर्विरोध निर्वाचित होने के साथ शुरू हो गई है। उन्होंने इसके लिए सत्तारूढ़ दल की आलोचना करने पर कांग्रेस पर पलटवार करते हुए कहा कि इससे पहले कई चुनावों में कांग्रेस के उम्मीदवार 20 बार निर्विरोध चुने गए हैं।
 
हरियाणा की सभी लोकसभा की 10 सीटों पर 25 मई को 6ठे चरण में मतदान होगा। पिछले चुनाव में राज्य की सभी सीटों पर भाजपा ने जीत हासिल की थी। पिछले चुनाव (2019) में भाजपा की जीत से पहले रोहतक लंबे समय से कांग्रेस के दिग्गज नेता भूपेंद्र सिंह हुड्डा का गढ़ रहा है। 2019 में भाजपा उम्मीदवार अरविंद शर्मा ने 'मोदी लहर' की मदद से पूर्व मुख्यमंत्री हुड्डा के बेटे दीपेंद्र सिंह हुड्डा को करीब 7,000 मतों के मामूली अंतर से हराया था। इस बार भी दोनों उम्मीदवार मैदान में हैं।(भाषा)
 
Edited by: Ravindra Gupta

Share this Story:

Follow Webdunia Hindi

अगला लेख

क्‍या रायबरेली से चुनाव लड़ना राहुल गांधी का मास्‍टर स्‍ट्रोक है?