भोपाल। लोकसभा चुनाव के लिए मध्यप्रदेश में पहले चरण में जिन 6 सीटों पर मतदान होगा उसमें छिंदवाड़ा सबसे हाईप्रोफाइल सीट है। भाजपा ने एक ओर तो पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ के गढ़ छिंदवाड़ा पर कब्जा करने के लिए पूरी ताकत झोंक दी है। वहीं दूसरी ओर भाजपा के सबसे बड़े स्टार प्रचारक प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और छिंदवाड़ा में अब तक जनसभा या रोड शो नहीं होना भी सियासी गलियारों में खासा चर्चा के केंद्र में है।
लोकसभा चुनाव की तारीखों के एलान के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अब तक जबलपुर में रोड शो और बालाघाट में जनसभा कर चुके है, वहीं आने वाले समय में उनका होशंगाबाद के पिपारिया और सागर में जनसभा (20 अप्रैल) करने का प्लान है।
वहीं भाजपा के दूसरे बड़े स्टार प्रचारक अमित शाह आज मध्यप्रदेश के दौरे पर है और वह मंडला और कटनी में चुनावी जनसभा को संबोधित करेंगे। वहीं अब तक भाजपा की तरफ से बड़े नेताओं के चुनाव प्रचार का जो शेड्यूल जारी किया गया है उसमें अमित शाह की छिंदवाड़ा रैली का कोई प्लान नहीं है। हलांकि पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा शुक्रवार 12 अप्रैल को छिंदवाड़ा में चुनावी रैली को संबोधित करेंगे। ऐसे में अब छिंदवाड़ा में अंतिम सप्ताह का चुनाव प्रचार शुरु हो गया है तब देखना होगा कि क्या प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृहमंत्री अमित शाह छिंदवाड़ा में चुनाव प्रचार करेंगे।
छिंदवाड़ा सीट जीतना बड़ी चुनौती-छिंदवाड़ा हाईप्रोफाइल सीट 2024 के लोकसभा चुनाव में मध्यप्रदेश की छिंदवाड़ा लोकसभा सीट देश की सबसे हाईप्रोफाइल सीट है। 2014 और 2019 की मोदी लहर में भी भाजपा कांग्रेस के अभेद दुर्ग कहलाने वाली छिंदवाड़ा लोकसभा सीट पर जीत नहीं दर्ज कर सकी है। 2023 के विधानसभा चुनाव में प्रचंड जीत हासिल करने वाली भाजपा छिंदवाड़ा जिले में अपना खाता भी नहीं खोल पाई है। ऐसे में अब भाजपा जो लोकसभा चुनाव में इस बार सभी 29 लोकसभा सीट जीतने के लक्ष्य के साथ उतरी है उसके सामने छिंदवाड़ा लोकसभा सीट पर भगवा लहराना एक बड़ी चुनौती है।
नकुलनाथ बनाम बंटी साहू का मुकाबला- छिंदवाड़ा में कांग्रेस प्रत्याशी नकुलनाथ का सामना भाजपा प्रत्याशी बंटी साहू से हो रहा है। विधानसभा चुनाव में पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ के सामने ताल ठोकने वाले विवेक कुमार बंटी साहू को एक बार फिर भारतीय जनता पार्टी ने लोकसभा टिकट देकर नकुलनाथ के सामने मैदान में उतार कर मुकाबले को रोचक बना दिया है।
वहीं पिछले साल नवंबर में हुए विधानसभा चुनाव में बंटी साहू कमलनाथ के खिलाफ चुनाव लड़े थे और उन्हें 34,596 वोट से हार का सामना करना पड़ा था।कमलनाथ को उनके ही गढ़ में सेंध लगाने के लिए भाजपा ने बंटी साहू पर इसलिए भी दांव लगाया है क्योंकि बंटी साहू 2018 और 2023 दोनों विधानसभा चुनाव में कमलनाथ को कड़ी टक्कर दे चुके है। 2023 विधानसभा चुनाव की मतगणना में बंटी साहू पहले के दौर में कमलनाथ से आगे भी रहे थे, हालांकि बाद के दौर में वह पिछड़ गए थे ।
विधानसभा चुनाव में भाजपा का सफूड़ा साफ-2023 के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस ने छिंदवाड़ा लोकसभा सीट में आने वाली सभी 7 विधानसभा सीट जीतकर अपने इस अभेद दुर्ग पर अपना कब्जा बरकरार रखा है। वर्तमान सांसद नकुलनाथ ने छिंदवाड़ा जिले की सातों विधानसभा सीट की कमान अपने हाथों में रखी थी और उन्होंने सातों सीटों पर कांग्रेस उम्मीदवारों के नामों का एलान किया था। कमलनाथ खुद छिंदवाड़ा विधानसभा सीट से चुनावी मैदान में उतरे थे और जीतकर लगातार दूसरी बार विधानसभा पहुंचे। हलांकि लोकसभा चुनाव की तारीखों के एलान के बाद कांग्रेस विधायक कमलेश शाह भाजपा में शामिल हो गए है।