Select Your Language

Notifications

webdunia
webdunia
webdunia
webdunia
Advertiesment

जम्‍मू कश्‍मीर में लोकतंत्र में महिलाओं की भागीदारी 48.9%, क्या किसी महिला को मिलेगा टिकट?

श्रीनगर या बारामूला से महिला उम्मीदवार उतार सकती है भाजपा

हमें फॉलो करें Voting

सुरेश एस डुग्गर

, शनिवार, 30 मार्च 2024 (11:59 IST)
Jammu Kashmir loksabha election : जम्मू और कश्मीर की 5 लोकसभा सीटों के लिए महिला मतदाताओं की संख्या कुल मतदाताओं का 48.9% है, लेकिन प्रमुख राजनीतिक दलों ने अब तक किसी भी महिला उम्मीदवार को मैदान में उतारने में अनिच्छा दिखाई है।
जम्मू-कश्मीर की 5 लोकसभा सीटों के लिए कुल 87,89,233 मतदाता मतदान के पात्र हैं। इनमें से 44,86,261 पुरुष मतदाता हैं जबकि 43,02,812 महिला मतदाता हैं और इसके अलावा 160 ट्रांसजेंडर भी हैं।
 
पहले व दूसरे चरण के चुनाव के लिए कांग्रेस और भाजपा ने अब तक उधमपुर और जम्मू सीट पर उम्मीदवारों की घोषणा कर दी है। भाजपा ने जम्मू सीट से मौजूदा सांसद जुगल किशोर और उधमपुर सीट से केंद्रीय पीएमओ राज्य मंत्री डॉ. जितेंद्र सिंह को बरकरार रखा है। कांग्रेस ने उधमपुर सीट से लाल सिंह और जम्मू सीट से रमन भल्ला को मैदान में उतारा है।
 
इंडिया गठबंधन का हिस्सा नेकां और पीडीपी ने दोनों सीटों पर कांग्रेस उम्मीदवारों को समर्थन देने का फैसला किया है। गुलाम नबी आजाद की डीपीएपी ने उधमपुर सीट से गुलाम नबी सरूरी को मैदान में उतारा है और जम्मू सीट से पूर्व कांग्रेस नेता जुगल किशोर को टिकट मिलने की संभावना है।
जहां तक कश्‍मीर की तीन सीटों पर विचार किया जाता है, नेकां सभी तीन सीटों पर चुनाव लड़ने पर जोर दे रही है और अपने भारत गठबंधन या गुपकर गठबंधन सहयोगी पीडीपी के लिए कोई सीट नहीं छोड़ रही है। पार्टी सूत्रों ने कहा कि नेकां, जिसने 2019 के चुनावों में घाटी की तीन सीटें जीती थीं, तीनों में से किसी भी सीट से किसी महिला उम्मीदवार को मैदान में उतारने की संभावना नहीं है।
 
नेकां उपाध्यक्ष उमर अब्दुल्ला ने कहा है कि पार्टी ने उम्मीदवारों को अंतिम रूप दे दिया है और ईद-उल-फितर के बाद उनके नामों की घोषणा करेगी।
 
इस बीच भाजपा अपने जम्मू-कश्मीर अध्यक्ष रवींद्र रैना को राजौरी-पुंछ से मैदान में उतारने पर विचार कर रही है। यह देखने वाली बात होगी कि क्या भाजपा श्रीनगर या बारामुल्‍ला सीट से महिला उम्मीदवार को मैदान में उतारेगी।

Share this Story:

Follow Webdunia Hindi

अगला लेख

भाजपा ने पिछले 20 साल में छिंदवाड़ा के लिए कुछ नहीं किया : कमलनाथ