भोपाल। कर्नाटक विधानसभा चुनाव में हार के बाद मध्यप्रदेश विधानसभा चुनाव की पूरी कमान अब भाजपा के केंद्रीय नेतृत्व ने अपने हाथों में ले ली है। गृहमंत्री अमित शाह खुद भाजपा की पूरी चुनावी रणनीति को तय करने के साथ अपने सिपाहसालारों को मध्यप्रदेश में तैनात कर दिया है। इसी कड़ी में अब भाजपा ने प्रदेश की सभी 230 विधानसभा सीटों पर अन्य राज्यों के विधायकों की तैनाती कर दी है।
अगले एक हफ्ते तक भाजपा के यह सभी प्रवासी विधायक प्रदेश की 230 विधानसभा सीटों पर तैनात रहकर पार्टी की चुनाव तैयारियों का आकलन करेंगे। माना जा रहा है कि प्रवासी विधायक हर विधानसभा सीट को लेकर अपनी सर्वे रिपोर्ट तैयार करेंगे और उसको सीधे पार्टी केंद्रीय नेतृत्व को सौंपेगे।
गौरतलब है कि मध्यप्रदेश विधानसभा चुनाव को लेकर पार्टी के केंद्रीय नेतृत्व ने उत्तरप्रदेश, गुजरात,बिहार और महाराष्ट्र के अपने विधायकों को मध्यप्रदेश भेजा है। अन्य प्रदेश से आए भाजपा विधायक हर विधानसभा सीट पर भाजपा की चुनावी तैयारी का आकलन करने के साथ अन्य दावेदारों और भितरघात को लेकर भी एक गोपनीय रिपोर्ट तैयार करेंगे।
शानिवार को राजधानी के कान्हा फन सिटी में बाहर से आए 230 प्रवासी विधायकों का प्रशिक्षण वर्ग का आयोजन हो रहा है। प्रशिक्षण वर्ग में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान,केन्द्रीय मंत्री और प्रदेश चुनाव प्रभारी भूपेद्र यादव और भाजपा प्रदेश अध्यक्ष शामिल हुए। भाजपा प्रशिक्षण वर्ग में शामिल होने पहुंचे मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कांग्रेस पर हमला बोलते हुए कहा कि कांग्रेस बौखला गई है और अब देखे तो हम क्या-क्या कर रहे है।
वहीं प्रवासी विधायको के प्रशिक्षण कार्यक्रम को लेकर भाजपा प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा ने कहा कि भाजपा लगातार नए प्रयोग कर रही है और 4 राज्यों के भाजपा विधायक जिनका बड़ा और व्यापर अनुभव है वह वह मध्यप्रदेश की 230 विधानसभा सीटों में 7 दिन रहकर पार्टी के के काम को ताकत देने का प्रयास करने वाले हैं।
उन्होंने कहा कि संगठन ने यह रचना जो बनाई है, इस निमित्त आगामी आने वाला चुनाव चुनाव की तैयारी उनके अपने अनुभव और भारतीय जनता पार्टी का मध्य प्रदेश संगठन का तंत्र जो मजबूती के साथ आज मध्य प्रदेश के अंदर चुनाव की तैयारी में जुटा है। चार राज्यों के हमारे सभी वरिष्ठ विधायक 7 दिन के लिए प्रत्येक विधानसभा में जाएंगे और वहां रहकर कार्यकर्ताओं के साथ समझेंगे और अपने अनुभव देंगे। उनके अनुभव का लाभ पार्टी संगठन को मिला है।