भोपाल। मध्यप्रदेश में भाजपा ने कांग्रेस के कब्जे वाली 39 विधानसभा सीटों पर जीत की आंकाक्षा के साथ उपने उम्मीदवारों की पहली सूची जारी कर दी है। विधानसभा चुनाव की तारीखों के एलान से भी करीब दो महीने पहले पार्टी ने उम्मीदवारों की जो सूची जारी की है उसमें कई दिग्गजों को मैदान में उतारा है। दिलचस्प बात यह है कि पार्टी ने 2018 में चुनाव हारे 14 चेहरों को फिर एक बार बार मौका दिया है।
अगर भाजपा की उम्मीदवारों की पहली सूची को देखते तो इसमें 70 से अधिक आयु के 2 उम्मीदवार, 60 साल से 70 साल के बीच 7 उम्मीदवार, 50 से 60 साल के उम्र के बीच के 13 उम्मीदवार, 40 से 50 साल की आयु के बीच के 10 उम्मीदवार और 40 साल से कम उम्र के 7 उम्मीदवार है।
इसके साथ विधानसभा चुनाव की उम्मीदवारों की पहली सूची में भाजपा ने जातिगत समीकरणों को भी साधने की कोशिश की है। इसमें ओबीसी और एसटी उम्मीदवारों की संख्या 13-13 के साथ एससी उम्मीदवारों की संख्या 8 है। इसके साथ भाजपा ने 5 सीटों पर जनरल कैटेगरी के कार्यकर्ताओं को अपना उम्मीदवार बनाया है।
उम्मीदवारों के एलान के बाद विरोध के सुर- भाजपा की ओर से उम्मीदवारों की पहली सूची जारी होते ही अब पार्टी के अंदर विरोध के सुर भी उठने लगे है। छतरपुर विधानसभा सीट से ललिता यादव को टिकट दिए जाने के बाद अब भाजपा में विरोध खुलकर सामने आ गया है। भाजपा नेता और पूर्व प्रत्याशी अर्चना गुड्डू सिंह के सैकड़ों समर्थकों ने सड़क पर उतरकर विरोध प्रदर्शन किया।
छतरपुर के बाद बैतूल की मुलताई विधानसभा सीट से पूर्व विधायक चंद्रशेखर को टिकट दिए जाने के बाद मुलताई में भी विरोध के सुर सुनाई देने लगे है। टिकट के दावेदार भाजपा नेता पलाश कड़वे ने अपने सोशल मीडिया अकाउंट पर पोस्ट कर लिखा कि मुलताई को डूबने से कोई नहीं बचा सकता और बीजेपी को जय श्री राम।
वहीं मुरैना की सबलगढ़ विधानसभा सीट से सरला राव को टिकट देने के बाद भाजपा के तरफ से टिकट के दावेदार प्रदेश महामंत्री रणवीर रावत के बेटे ने भी पार्टी संगठन पर सवाल उठाए है। हलांकि रणवीर रावत ने किसी भी तरह के नाराजगी से इंकार किया है।
वहीं भाजपा क्या चुनाव से ठीक पहले ऐन वक्त पर कुछ उम्मीदवारों के टिकट बदलेगी इस सवाल पर भाजपा प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा ने कहा कि इसका कोई सवाल ही नहीं है। उन्होंने कहा कि घोषित सभी उम्मीदवार भाजपा के कर्मठ कार्यकर्ता है और वह चुनाव जीतेंगे।
टिकट बंटवारे पर क्या बोले शिवराज?-उम्मीदवारों की पहली सूची पर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी पूरी तरह से मैदान में है। युद्ध स्तर पर हमारी तैयारियां चल रही है। कांग्रेस कह रही थी कि 1 साल पहले उम्मीदवार घोषित करेंगे,6 महीने पहले उम्मीदवार घोषित करेंगे लेकिन भारतीय जनता पार्टी ने तो अपने उम्मीदवार घोषित कर दिए। हमारे सेनापति अब मैदान में है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि भाजपा की तैयारी देखकर कांग्रेस परेशान है। अभी 20 तारीख को फिर से केंद्रीय गृहमंत्री अमितशाह भोपाल आ रहे हैं। वह सबका रिपोर्ट कार्ड जारी करेंगे। हमने जो काम किया है उनके बारे में बताएंगे।
मुख्यमंत्री ने कहा कि विस्तारित कार्यकारिणी की बैठक फिर ग्वालियर में 20 तारीख को होने वाली है। विधानसभा के सम्मेलन चल रहे हैं, जन दर्शन चल रहे हैं, अलग-अलग कार्यक्रम चल रहे हैं। हम लोग विजय के संकल्प और विश्वास के साथ मैदान में है। कांग्रेस बौखला गई है इसलिए उल जलूल आरोपो पर उतर आई है लेकिन जनता का जो प्यार और आशीर्वाद मिल रहा है वह अद्भुत और अभूतपूर्व है। जन दर्शन में भीड़ उमड़ रही है। हमारी कई यात्राएं भी प्रारंभ होने वाली है। इसी को देखकर कांग्रेस परेशान है। भारतीय जनता पार्टी फिर से भारी बहुमत से 2023 का विधानसभा चुनाव जीत कर सरकार बनाने वाली है। 2024 में लोकसभा की 29 की 29 सीटें भारतीय जनता पार्टी जीतेगी।
चुनाव हारे हुए नेताओं को फिर मिला मौका-भाजपा की विधानसभा चुनाव को लेकर उम्मीदवारों की पहली सूची को देखे तो पार्टी ने 50 फीसदी के करीब उन चेहरों पर दांव लगाया है जो 2018 और 2013 में हार चुके है। इंदौर के राउ विधानसभा सीट से मधु वर्मा को टिकट दिया गया है। वहीं पार्टी ने गोहद विधानसभा सीट से अनुसूचित जनजाति मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष लाल सिंह आर्य को उम्मीदवार बनाया है। लाल सिंह आर्य 2018 का चुनाव हार चुके है। गोहद से पिछला चुनाव लड़े सिंधिया समर्थक रणवीर जाटव का टिकट कट गया है। वहीं सुमावली से सिंधिया समर्थक अदल सिंह कंसाना को उम्मीदवार बनाया है। वहीं पार्टी ने पिछोर विधानसभा सीट से प्रीतम लोधी को अपना उम्मीदवार बनाया है।
राजधानी भोपाल से भाजपा ने दो सीटों पर अपने उम्मीदवारों के नामो का एलान किया है। भाजपा ने भोपाल उत्तर विधानसभा सीट से पूर्व महापौर आलोक शर्मा और भोपाल मध्य विधानसभा सीट से ध्रुवनारायण सिंह को उम्मीदवार बनाया है। भोपाल उत्तर विधानसभा सीट कांग्रेस के गढ़ के रूप में पहचानी जाती है। भोपाल उत्तर विधानसभा सीट पर कांग्रेस के आरिफ अकील का पिछले 25 साल से कब्जा है। इस बार आरिफ अकील ने खराब स्वास्थ्य होने के चलते अपने बेटे को अपना उत्तराधिकारी घोषित किया है। ऐसे में भाजपा ने इस बार भोपाल उत्तर विधानसभा सीट पर सेंध लगाने के लिए पूर्व महापौर आलोक शर्मा को अपना उम्मीदवार बनाया है। पूर्व महापौर आलोक शर्मा वर्तमान में भाजपा के प्रदेश उपाध्यक्ष है वह लगातार भोपाल उत्तर विधानसभा सीट पर सक्रिया थे।
भोपाल मध्य विधानसभा सीट से भाजपा ने पूर्व विधायक ध्रुवनारायण सिंह को अपना उम्मीदवार बनाया है। भाजपा के गढ़ के रूप में पहचान रखने वाली भोपाल मध्य विधानसभा सीट पर 2018 के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस के आरिफ मसूद ने जीत हासिल की थी। ऐसे में अब भाजपा ने एक बार ध्रुवनारायण सिंह पर अपना भरोसा जाताया है। भाजपा से टिकट मिलने के बाद ध्रुवनारायण सिंह ने वेबदुनिया से बात करते हुए कहा कि पार्टी ने जो भरोसा जाताया है उस पर वह खराब उतरने की पूरी कोशिश करेंगे। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के चेहरे के साथ वह चुनाव में उतरेंगे और जीत हासिल करेंगे।