भोपाल। मध्यप्रदेश में आखिरकार शिवराज कैबिनेट में शामिल तीन नए मंत्रियों को विभागों का आवंटन हो गया है। गौरीशंकर बिसेन को नर्मदा घाटी विकास, राजेंद्र शुक्ल को जनसंपर्क और लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी और राहुल लोधी कुटीर एवं ग्रामोद्योग (स्वतंत्र प्रभार) एवं वन का राज्य मंत्री का पद दिया गया है।
गौऱतलब है कि शनिवार को सुबह नौ बजे शिवराज कैबिनेट का चुनाव से पहले विस्तार हुआ था जिसमें भाजपा के वरिष्ठ विधायक गौरीशंकर बिसेन और राजेंद्र शुक्ल के साथ राहुल लोधी ने मंत्री पद की शपथ ली थी। गौरीशंकर बिसेन और राजेंद्र शुक्ल ने कैबिनेट मंत्री के तौर पर शपथ ली, जबकि राहुल लोधी ने राज्य मंत्री की शपथ ली थी।
सियासी समीकरण को साधेगा मंत्रिमंडल विस्तार-विधानसभा चुनाव से ठीक पहले शिवराज कैबिनेट के हुए विस्तार में जिन तीन मंत्रियों को शामिल किया गया है, वह प्रदेश के तीन अंचल से आते है। मंत्रिमंडल में कैबिनेट मंत्री बनाए गए राजेंद्र शुक्ल विंध्य क्षेत्र से आते है और उनका विंध्य की राजनीति में खासी पकड़ है। अगर बात करें 2018 के विधानसभा चुनाव की तो विंध्य में भाजपा को खासी बढ़ती मिली थी और विंध्य में आने वाली 30 विधानसभा सीटों में से भाजपा ने 24 सीटों पर जीत हासिल की थी।
वहीं इस बार विधानसभा चुनाव को लेकर भाजपा को विंध्य में कांग्रेस के साथ आम आदमी पार्टी से कड़े मुकाबला का सामना करना पड़ सकता है। ऐसे में विंध्य की सियासत को साधने के लिए भाजपा ने राजेंद्र शुक्ल को मंत्री बनाया है।
वहीं शिवराज सरकार में आज कैबिनेट मंत्री की शपथ लेने वाले बालाघाट से भाजपा विधायक गौरीशंकर बिसेन महाकौशल क्षेत्र का प्रतिनिधित्व करेंगे। दरअसल शिवराज कैबिनेट के चौथे कार्यकाल में महाकौशल से अब तक केवल रामकिशोर कांवरे ही थे। ऐसे में महाकौशल क्षेत्र जहां से प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ भी आते है वहां की सियासत को साधने के लिए भाजपा ने अपने सीनियर नेता गौरीशंकर बिसेन को फिर मंत्री बनाया गया है। अब तक बालाघाट से ही आने वाले रामकिशोर कांवरे को राज्यमंत्री बनगाया राज्यमंत्री कांवरे बालाघाट जिले से पहली बार विधायक चुने गए थे। गौरतलब है कि पूर्व में शिवराज सरकार के मंत्री रहे गौरीशंकर बिसेन को दरकिनार कर रामकिशोर कांवरे को मंत्री बनाया गया।
इसके साथ कैबिनेट में पहली बार शामिल किए गए खरगापुर विधायक राहुल लोधी कैबिनेट में बुंदेलखंड का प्रतिनिधित्व करेंगे। राहुल लोधी को लोधी वोट बैंक को साधने के लिए मंत्रिमंडल में शामिल किया गया है। राहुल लोधी पूर्व मुख्यमंत्री उमा भारती के भतीजे है और ऐसे में राहुल लोधी को मंत्रिपरिषद में शामिल करने का बड़ा कारण उमा भारती की नारजगी को दूर करना भी है। दअसल मध्यप्रदेश में विधानसभा चुनाव की तैयारी में जुटी भाजपा को दिग्गज नेताओं की सीधी नाराजगी का सामना करना पड़ रहा था। जिसको अब कैबिनेट विस्तार के जरिए साधने की कोशिश की गई है।