1. अमरकंटक । Amarkantak: इंदौर से 741 किलोमीटर दूर भारत के पर्यटन स्थलों में अमरकंटक प्रसिद्ध तीर्थ और नयनाभिराम पर्यटन स्थल है। भारत की प्रमुख सात नदियों में से अनुपम नर्मदा का उद्गम स्थल अमरकंटक है। यहां कई झरने और झील है।
दुग्धधारा :- यह 50 फीट ऊंचा प्रपात है जो दूध की तरह सफेद दिखाई देता है। जल जब ऊंचाई से गिरता है, तब दूध की तरह सफेद दिखाई देता है।
कपिलधारा : यह बेहद खूबसूरत पिकनिक स्थल है और यहाँ जल प्रपात भी है।
कपिलधारा :- यह बेहद खूबसूरत पिकनिक स्थल है और यहां जल प्रपात भी है। यह अमरकंटक का प्रसिद्ध झरना है। यहीं पर नर्मदा नदी लगभग 100 फुट की ऊंचाई से गिरती है। यहां कभी कपिल मुनि भी निवास करते थे।
तालाब और झरने : यहां बसे घने जंगल, मदमाते कई जलप्रपात और पवित्र निर्मल तालाब हैं। पांडव गुफाओं से आगे चलने पर 30 फीट गहरा एक ताल है जिसे अप्सरा विहार कहते हैं। जिसमें नहाने और तैरने का आनंद लिया जा सकता है। इसमें एक झरना आकर गिरता है। इसके आगे चलकर, इरन ताल, रजत प्रपात, बी फॉल्स तथा डचेज फॉल्स सबसे प्रसिद्ध है।
रजत प्रपट पचमढ़ी का सबसे बड़ा और खूबसूरत झरना है। 106 फीट ऊंचा ये झरना पचमढ़ी में सबसे जायदा देखे जाने वाली जगहों में से एक है। इसके बाद बी फॉल झरना है, यह एक 35 मीटर ऊंचा झरना है, जो दिखने में बेहद सुंदर है। रजत प्रपात के रास्ते में, अप्सरा एक छोटा झरना है जिसका पानी एक तालाब में जमा होता है। यह जगह पचमढ़ी के सबसे लोकप्रिय पर्यटन स्थल बी फॉल में आने से पहले कुछ शांत समय के लिए रुकने के लिए आदर्श है।
3. भेड़ाघाट | Bheda ghat : इंदौर से करीब 492 किलोमीटर दूर जबलपुर शहर के पास भेड़ाघाट बहुत ही शानदार जगह है। दो सफेद पहाड़ों के बीच नर्मदा नदी बहती है। नर्मदा में नौका-विहार करने का रोमांच ही कुछ और है। यहां की खासियत है वॉटरफाल अर्थात जल प्रपात। बहुत ऊंचाई से गिरते धुंआ धुंआ से झरने को देखना आनंददायक होता है।
4. शिवपुरी | shivpuri : शिवपुरी सुंदर पहाड़ और झीलों के लिए प्रसिद्ध है। यह बहुत ही सुंदर हिल स्टेशन ग्वालियर से करीब 3 घंटे की दूरी पर है और आप यहां सिंधिया राजघराने की छतरी, सख्या सागर झील, सिद्धेश्वर मंदिर, भूरा खों जलप्रपात, तात्या टोपे स्मारक पार्क के साथ ही माधव नेशनल पार्क और करेरा पक्षी अभयारण्य घूमने जा सकते हैं।
5. पातालपानी | Patalpani : पातालपानी जलप्रपात इंदौर जिले की महू तहसील में स्थित है। यहां लगभग 300 फीट ऊंचाई नीचे जल गिरता है। पातालपानी के आसपास का क्षेत्र बहुत ही सुंदर और हराभरा है। यह एक लोकप्रिय पिकनिक और ट्रेकिंग स्पॉट भी है। यहां के लिए महू से स्पेशल ट्रेन चलती है। इंदौर से लगभग 36 किलोमीटर दूर है यह स्थान। पास में ही कलाकुंड पिकनिक स्पॉट भी है।
6. गंगा महादेव मंदिर | Ganga Mahadev : इंदौर के पास धार जिले में तिरला विकासखंड के सुल्तानपुर गांव में गंगा महादेव मंदिर स्थित है जो इंदौर के लोगों के लिए एक दर्शनीय स्थल के साथ ही पिकनिक स्पॉट भी है। गंगा महादेव में सुन्दर झरना बहता है और यहां की प्राकृतिक छटा देखते ही रह जाओगे।
7. हत्यारी खोह | Hatyari Khoh : इंदौर से करीब 30 किलोमीटर दूर हत्यारी खो नामक स्थान है, जहां ऊंचाई से गिरने वाला झरना और प्राकृतिक नजारे देखने के लिए लोग आते हैं। कंपेल से होते हुए तेलीया खेड़ी में वाहन खड़ा करके करीब 2 किलोमीटर अंदर कच्चे रास्ते से आपको पैदल ही यहां पहुंचना होता है। हालांकि यह खतरे वाली जगह है इसलिए शासन की गाइड लाइन का पालन करें। सुरक्षा का भी ध्यान रखें।
8. जानापाव | Janapawa : इंदौर से करीब 40 किलोमीटर दूर महू शहर से करीब 17 किमी दूर विंध्याचल पर्वतमाला के एक पर्वत को जानापावा कहते हैं। यहां की सबसे ऊंची चोटी पर स्थित भगवान परशुराम की जन्मस्थली और उनके पिता महर्षि जमदग्रि की तपोभूमि को देखने लोग आते हैं। जानापाव, इंदौर की महू तहसील के हासलपुर गांव में स्थित है। जानापाव की पहाड़ी से साढ़े सात नदियां निकली हैं, इनमें कुछ यमुना व कुछ नर्मदा में मिलती हैं।
9. तिंछा फॉल | Tinchha Fall: यह मुख्य इंदौर से लगभग 25 किलोमीटर दूर नेमावर-मुंबई रोड़ पर स्थित है। यह भी भी बहुत ऊंचाई से झरना गिरता है। इंदौर के लोगों के लिए यह सबसे खास डेस्टिनेशन है। सिमलोल मेन रोड़ से 9 किलोमीटर अंदर है तिंचा फॉल। हालांकि यह खतरे वाली जगह है इसलिए शासन की गाइड लाइन का पालन करें.
10. चित्रकूट झरना | Chitrakut fall : छत्तीसगढ़ में बस्तर संभाग के चित्रकूट में भी बहुत ऊंचाई से झरना गिरता है। जगदलपुर से 39 किमी दूर इन्द्रावती नदी पर यह जलप्रपात बनता है। इस जल प्रपात की ऊंचाई 90 फीट है। हालांकि इस झरने की चौड़ाई ज्यादा है।