धार में कारम नदी पर बने रहे कारम डैम को फूटने से बचाने के लिए सरकार अब अलर्ट मोड पर आ गई है। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने पूरी कमान अपने हाथों में संभालते हुए अपना प्रस्तावित जैत दौरा रद्द कर दिया है। मुख्यमंत्री खुद भोपाल के वल्लभ भवन में बने सिचुएशन रूम से पूरी स्थिति पर नजर बनाए हुए हैं। मुख्यमंत्री आसपास के खाली कराए गए एक-एक गांव की वस्तुस्थिति की समीक्षा कर रहे हैं।
पीएम मोदी से स्थिति पर चर्चा- बांध की स्थिति को लेकर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौाहन ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को भी पूरी स्थिति के बारे में अवगत कराते हुए चर्चा की है। मुख्यमंत्री ने कहा कि निर्माणधीन बांध से सीपेज के कारण जो परिस्थितियां पैदा हुई है उस पर कल से ही नजर रखे हुआ हूँ। इसके साथ जल संसाधन मंत्री तुलसी सिलावट, स्थानीय मंत्री राज्यवर्धन दत्तीगांव मौके पर मौजूद है।
मुख्यमंत्री ने बताया कि सरकार बांध को बचाने के लिए विशेषज्ञों से लगातार संपर्क में है। रुड़की आईआईटी के विशेषज्ञ डॉक्टर एनके गोयल और बांध सुरक्षा के राष्ट्रीय विशेषज्ञ से भी सरकार लगातार संपर्क में है। इसके साथ भोपाल कंट्रोल रूम से सीएस और एसीएस, एसीएस जल संसाधन और एसीएस होम निरंतर स्थिति पर नजर रखे हुए हैं।
18 गांव खाली कराए गए- मुख्यमंत्री ने कहा कि हमारा प्रयास है एक बाईपास चैनल (नहर) बन जाए जिससे पानी बाईपास करके निकाला जा सके कल से लगातार वह काम चल रहा है लेकिन, कड़ी चट्टानों के कारण उसको पूरा करने में देर लग रही है। स्थिति को देखते हुए धार के 12 गांव और खरगोन जिले के 6 गांव खाली कराए गए है। मुख्यमंत्री ने प्रभावित गांव के लोगों से अपील की है कि प्रशासन का सहयोग करें और गांव में ना जाएं और राहत कार्य में प्रशासन जहां रख रहा है वहां जाने की कृपा करें।
सेना ने संभाला मोर्चा- धार के कारम डैम साइट पर अब सेना ने मोर्चा संभाल लिया है। सेना के 5 कॉलम बांध स्थल पर पहुंच गए है। इसके साथ आर्मी का इंजीनियरिंग कॉलम भी शामिल है। इसके साथ NDRF की तीन अतिरिक्त टीमें भोपाल, वड़ोदरा औ सूरत से बचाव सामग्री के साथ धमनोद के लिए रवाना की जा रही हैं। वहीं किसी भी स्थिति से निपटने के लिए एयरफोर्स के 2 हेलिकॉप्टर भी तैयार रखे गए है।
क्या है पूरा मामला?- धार ज़िले की धर्मपुरी तहसील में कारम मध्यम सिंचाई परियोजना के निर्माणाधीन बांध से अत्यधिक बारिश के चलते पानी रिसने की जानकारी 11 अगस्त को जिला प्रशासन को मिली थी। सरकार के मुताबिक निर्माणाधीन बांध के राइट साइड flank 500-530 के मध्य डाउन स्ट्रीम की मिट्टी स्लिप हो जाने से उक्त स्थिति निर्मित हुई।
बांध की लम्बाई 590 मीटर और ऊँचाई 52 मीटर है और वर्तमान में 15 MCM पानी बांध में मौजूद है। बांध में रिसाव को देखते हुए धार ज़िले के 12 गाँव और खरगोन ज़िले के 6 गाँवों को ख़ाली कराके लोगों को सुरक्षित स्थानों पर राहत शिविरों में शिफ़्ट कर दिया गया है।