भोपाल। लोकसभा चुनाव में उत्तर प्रदेश जैसे राज्यों में भाजपा के खराब प्रदर्शन के बाद अब मध्यप्रदेश भाजपा सतर्क हो गई है। प्रदेश में सरकार और संगठन में बेहतर तालमेल बनाए रखने पर अब फोकस कर दिया है। भाजपा मुख्यालय में लोकसभा चुनाव की समीक्षा बैठक में मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा कि सरकार और संगठन में बेहतर तालमेल बनाए रखने के लिए मुख्यमंत्री निवास पर जिला अध्यक्षों और मंत्रियों के बीच बैठक कराई जाएगी, जिससे सरकार और संगठन में बेहतर तालमेल हो सके। इसके साथ सभी विधायकों, जिला अध्यक्षों और प्रदेश संगठन के साथ मिलकर आगामी चार वर्ष का रोडमैप तैयार किया जाएगा।
बैठक को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि विधानसभा चुनाव के बाद सत्ता संभालने के कुछ ही समय बाद लोकसभा चुनाव की आचार संहिता प्रभावी हो गई, विकास कार्यों को करने के लिए अधिक समय नहीं मिला था। अब आने वाले दिनों में प्रदेश के सभी विधायकों, जिला अध्यक्षों के साथ प्रदेश संगठन के साथ मिलकर आगामी 4 वर्ष के विकास का रोडमैप बनाएंगे। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में मध्यप्रदेश को विकास के नए आयाम तक पहुंचाने के लिए सत्ता और संगठन में समन्वय के माध्यम से तकनीक का उपयोग कर प्रयास किए जाएंगे। प्रदेश के विकास को और गति देने के लिए औद्योगीकरण के लिए सुविचारित प्रयास किया जाएंगे।
समीक्षा बैठक में उपस्थित पार्टी पदाधिकारियों को संबोधित करते हुए बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा ने कहा कि लोकसभा चुनाव के दौरान विपक्षी दलों ने देशभर में जो वातावरण बनाने का प्रयास किया, उसका प्रभाव मध्यप्रदेश में कहीं दिखाई नहीं दिया। इसका कारण यह था कि हर बूथ जीतने के संकल्प के साथ पार्टी का कार्यकर्ता एक सजग प्रहरी की तरह हर बूथ पर तैनात था। विधानसभा चुनाव में भाजपा को 8 प्रतिशत अधिक वोट मिले थे और लोकसभा चुनाव में भी हमारा वोट प्रतिशत करीब 1.5 प्रतिशत बढ़ा है। हमने 75 से 80 प्रतिशत बूथों पर जीत हासिल करके इतिहास बनाया है। कार्यकर्ताओं ने प्रयास किए और पार्टी नेतृत्व ने परिश्रम किया। सभी ने मिलकर अपनी-अपनी भूमिकाओं का निर्वाह किया और हम प्रदेश की सभी 29 सीटें जीतने में सफल हुए।
चुनाव जीतने के लिए MP जैसा आदर्श संगठन हो- मध्यप्रदेश लोकसभा चुनाव प्रभारी डॉ. महेन्द्र सिंह ने बैठक को संबोधित करते हुए कहा कि चुनाव जीतने के लिए किस तरह का संगठन होना चाहिए, यह मध्यप्रदेश से दूसरे राज्यों को सीखना चाहिए। मैं कई राज्यों में चुनाव कार्य देखा है, लेकिन मध्यप्रदेश जैसे देवतुल्य कार्यकर्ता मैंने नहीं देखा। मध्यप्रदेश में कार्यकर्ताओं की बहुत अच्छी टीम है, जो दिए गए कार्यों को टीम भावना के साथ बहुत अच्छे से कार्यों को पूरा करते हैं। मध्यप्रदेश में पार्टी का आदर्श संगठन है, जिसकी देशभर में सराहना होती है। अन्य राज्यों को भी मध्यप्रदेश संगठन से प्रेरणा लेकर कार्य करना चाहिए।