Damoh hijab case:दमोह में गंगा जमुना स्कूल में एमपीबोर्ड की हिंदू टॉपर लड़कियों को हिजाब में दिखाने से उठा विवाद धर्मांतरण पर पहुंचने के साथ पूरा मामले लगाता सुर्खियों में बना हुआ है। स्कूल में धर्मांतरण की शिकायतों के बाद मंगलवार को भाजपा के कुछ कार्यकर्ताओ ने डीईओ के चेहरे पर स्याही फेंक दी। डीईओ के चेहरे पर स्याही फेंकने के दौरान लोगों ने जय श्रीराम के नारे लगाए। भाजपा कार्यकर्ताओं ने आरोप लगाया कि डीईओ ने पैसे लेकर पूरे मामले पर कोई कार्रवाई नहीं की और सनातम धर्म का अपमान किया है।
वहीं पूरी घटना में आरोपियों पर कार्रवाई करने के बजाए डीईओ को हटाने के निर्देश स्कूल शिक्षा मंत्री ने दे दिए। इसके साथ स्कूल शिक्षा मंत्री ने जिला कलेक्टर की भूमिका पर सवाल उठाते हुए प्रशासन की ओऱ से स्कूल को दी गई क्लीन चिट पर नाराजगी जाहिर की है। उन्होंने स्कूल पर कार्रवाई नहीं करने पर भी सवाल उठाए।
दूसरी ओर भाजपा कार्यकर्ताओं की इस करतूत पर भाजपा संगठन बैकफुट पर आ गया है। भाजपा प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा ने कहा कि दमोह के गंगा जमुना स्कूल की घटना के संबन्ध में कानून अपनी कार्रवाई कर रहा है और दोषियों को सजा भी होगी लेकिन भावनाओं में बहकर शासकीय अधिकारी पर स्याही फेंकने जैसे कृत्य करने का अधिकार किसी को भी नहीं है। भाजपा इस तरह की किसी भी घटना का समर्थन नहीं करती है।
दूसरी ओर स्कूल में 3 शिक्षकों के धर्मांतरण का मामला तूल पकड़ने के बाद तीनों महिला शिक्षक कलेक्टर कार्यालय पहुंचकर पूरी स्थिति सामने रखी। उन्होंने कहा कि उन्होंने स्कूल ज्वाइन करने से पहले ही शादी कर लिया था और इस मामले में स्कूल की कोई भूमिका नहीं है। तीनों महिला शिक्षिकाओं ने किसी भी दबाव या लालच में धर्मांतरण के आरोप को सिरे से खारिज कर दिया। उन्होंने अपने दस्तावेज दिखाते हुए कहा कि वह बालिग है और उन्होंने अपनी मर्ची से प्रेम विवाह किया है।
दमोह में गंगा जमुना स्कूल में हिजाब से उठा विवाद अब सियासत का केंद्र बन गया है। भाजपा जहां पूरे मामले को धर्मांतरण और टेटर फंडिग से जोड़कर देख रही है तो दूसरी ओर कांग्रेस ने भाजपा पर जबरन विवाद को तूल देने का आरोप लगा रही है।