भोपाल। मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान ने आज कहा कि मंदिरों की गतिविधियों पर सरकार का कोई नियंत्रण नहीं रहेगा, जितनी जमीन मंदिरों के नाम है, उनको पुजारी ही नीलाम कर सकेंगे, साथ ही ब्राह्मण कल्याण बोर्ड की स्थापना की जाएगी। चौहान यहां भगवान श्री परशुराम के जन्मोत्सव पर स्थानीय गुफा मंदिर प्रांगण में आयोजित 'अक्षयोत्सव 2023' में सहभागिता कर रहे थे।
इस दौरान भाजपा की प्रदेश इकाई के अध्यक्ष विष्णुदत्त शर्मा और बागेश्वर धाम के पीठाधीश्वर धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री भी उपस्थित थे।
इस अवसर पर चौहान ने कहा कि वे भगवान श्री परशुराम की जन्मस्थली जानापाव जा रहे हैं। वहां भगवान परशुराम का एक विशाल लोक 'परशुराम धाम' का निर्माण किया जाएगा, ताकि भगवान परशुराम से प्रेरणा लेकर अन्याय, अत्याचार को खत्म कर आगे बढ़ें।
उन्होंने कहा कि धर्म-संस्कृति की रक्षा करने वाले ब्राह्मणों के कल्याण के लिए ब्राह्मण कल्याण बोर्ड की स्थापना की जाएगी। साथ ही सरकार ने एक निर्णय और लिया है कि मंदिरों की गतिविधियों पर सरकार का कोई नियंत्रण नहीं रहेगा। जितनी जमीन मंदिरों के नाम है, उनको कलेक्टर नीलाम नहीं करेंगे, बल्कि उनको पुजारी ही नीलाम कर सकेंगे। प्रदेश के विद्यार्थियों को श्रीराम और श्री परशुराम की जीवनी भी पढ़ायेंगे। इतिहास को सही ढंग से लिखने की कोशिश करेंगे।
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश के सरकारी स्कूलों में तीन हजार 547 संस्कृत शिक्षकों की नियुक्ति कर दी गई है। प्रदेश के मंदिरों के पुजारियों को प्रति माह 5000 रुपए भत्ता और संस्कृत पढ़ने वाले कर्मकांडी बच्चों को स्कॉरशिप देनी की पहल की गई है। गुफा मंदिर में श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए विशाल भवन बनेगा।
चौहान ने कहा कि भगवान परशुराम को न्याय के देवता के रूप में जाना जाता है। उन्होंने आततायियों का नाश करने के लिए फरसा उठाया था। उनकी प्रेरणा से मध्यप्रदेश की धरती पर गुंडे, बदमाश, नक्सलियों की खैर नहीं है। प्रदेश सरकार पूरी ताकत के साथ अभियान चला रही है।
इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने 'अक्षयोत्सव 2023' में पधारे श्री बागेश्वर धाम सरकार का स्वागत कर उनका आशीर्वाद प्राप्त किया।