गिरगिट की तरह रंग बदलने वाली कांग्रेस को मेरे नाम से खुजली: ज्योतिरादित्य सिंधिया
आशीर्वाद यात्रा के पहले दिन कांग्रेस पर जमकर बरसे केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया
केंद्र की मोदी सरकार में कैबिनेट मंत्री बनने के बाद ज्योतिरादित्य सिंधिया आज से तीन दिन के मालवा दौरे पर है। सिंधिया ने देवास में श्रिपा नदी में पूजा कर अपनी आशीर्वाद यात्रा की शुरुआत की। यात्रा के पहले दिन ही देवास में कांग्रेस पर भड़कते हुए सिंधिया ने कहा कि कांग्रेस को उनके नाम से खुजली होती है। इतना ही नहीं सिंधिया कांग्रेस को गिरगिट की तरह रंग बदलने वाली पार्टी बताया।
सिंधिया ने कहा कि संसद के बीते सत्र में विपक्ष ने लोकतंत्र का गला घोंटने का काम किया। विपक्ष ने संसद नहीं चलने देने के लिए षडयंत्रपूर्वक प्रयास किए और देश की जनता के हित में संसद में जिन विषयों पर चर्चा होना थी, उसमें अड़चनें पैदा की। राज्यसभा में विपक्ष के लोग सभापति के पटल पर चढ़कर नाचे, नियमों की किताब उठाकर फेंक दी। विपक्ष दलों को उनके इस काम के लिए देश की जनता कभी माफ नहीं करेगी। विपक्ष ने संसद में उस दिन भी हंगामा किया, जब प्रधानमंत्री मोदी अपने मंत्रिमंडल के सदस्यों से संसद का परिचय कराना चाहते थे।
सिंधिया ने कहा कि एक तरफ भाजपा की सरकार है, जो महिलाओं, पिछड़ों, अजा और अजजा वर्ग का, गरीबों का विकास और प्रगति चाहती है। दूसरी तरफ कांग्रेस है, जो गिरगिट की तरह रंग बदलती रहती है। भाजपा पूरे देश का उत्थान चाहती है और कांग्रेस सिर्फ एक परिवार का उत्थान चाहती है। भाजपा और कांग्रेस में यही फर्क है।
कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने ली भाजपा की सदस्यता- देवास में सिंधिया की सभा के दौरान कांग्रेस के जिला महामंत्री आदित्य दुबे अपने सैकड़ों कार्यकर्ताओं और समर्थकों के साथ कांग्रेस छोड़कर भाजपा में शामिल हुए। सिंधिया ने भाजपा का दुपट्टा पहनाकर कांग्रेस कार्यकर्ताओं का स्वागत किया। आशीर्वाद यात्रा शुरु करने से पहले सिंधिया ने क्षिप्रा नदी का पूजन और देवी चामुंडा के दर्शन कर उनका आशीर्वाद लिया।
दरअसल संसद के मानसून सत्र में पीएम मोदी की ओर से नए मंत्रियों के परिचय दिलाने के दौरान विपक्ष के हंगामे के बाद के बाद केंद्रीय नेतृत्व ने तय किया है कि सरकार में बन नए मंत्री जनता के बीच जाकर खुद अपना परिचय देंगे। पार्टी ने इस पूरे कार्यक्रम का नाम आशीर्वाद यात्रा तय किया है।
तय कार्यक्रम के अनुसार सिंधिया मालवा में तीन दिन अपनी आशीर्वाद यात्रा के जरिए इंदौर, देवास, खंडवा और खरगौन में कुल 78 कार्यक्रम में शामिल होंगे। इसके साथ सिंधिया दौरे के आखिरी दिन इंदौर में पार्टी दफ्तर पहुंचकर कार्यकर्ताओं से रूबरू होंगे। दिलचस्प बात यह है कि सिंधिया केंद्रीय मंत्री बनने से ठीक पहले भी मालवा के दौरे पर थे और मालवा दौरे के दौरान ही उन्हें केंद्रीय मंत्री बनने के लिए फोन आया था।