भोपाल। हाईटेक होने का दावा करने वाली भोपाल पुलिस के दावों की पोल खुल गई है। 24 घंटे बाद भी रेप के बाद मासूम की हत्या करने वाले दरिंदे को भोपाल पुलिस नहीं ढूंढ पाई है। यह हालत तब है जब आरोपी मृतक मासूम का पड़ोसी है और उसकी शिनाख्त किए हुए पुलिस को 24 घंटे से अधिक का समय भी हो चुका है। खुद सूबे के मुखिया कमलनाथ ने घटना पर दु:ख जताते हुए पुलिस को आरोपी को जल्द पकड़ने के निर्देश दिए हैं।
प्रदेश के गृहमंत्री बाला बच्चन से लेकर पुलिस के मुखिया तक उसकी जल्द गिरफ्तारी का दावा कर चुके हैं, लेकिन ये सभी दावे केवल दावे ही साबित हुए। पूरे मामले में पहले से सवालों के घेरे में खड़ी भोपाल पुलिस के रवैए पर अब लोगों का गुस्सा बढ़ता जा रहा है। शहर के विभिन्न इलाकों में लोगों ने सड़क पर उतरकर पुलिस के खिलाफ नारेबाजी करते हुए कहा कि अगर पुलिस समय पर परिजनों की सुन लेती तो मासूम आज इस दुनिया में होती।
20 हजार का इनाम और 20 टीमों के हाथ भी खाली : मासूम की हत्या के मुख्य आरोपी विष्णु प्रसाद पर पुलिस ने 20 हजार का इनाम और उसकी तलाश में 20 टीमें भी लगा रखी है, लेकिन पुलिस के हाथ अब तक खाली हैं। भोपाल आईजी की निगरानी में चल रहे पुलिस ऑपरेशन में अब तक पुलिस के हाथ कोई कामयाबी नहीं लगी है।
आरोपी विष्णु प्रसाद की आखिरी लोकेशन उज्जैन के मक्सी के पास मिलने के बाद पुलिस की कई टीम उज्जैन और खंडवा की तरफ भेजी गई हैं लेकिन आरोपी अब भी उनके हाथ नहीं लगा है। उधर अब आरोपी की मां भी घटना के बाद फरार हो गई है। भोपाल के नए आईजी योगेश देशमुख ने घटना के बाद दावा किया था कि आरोपी की पहचान कर ली गई है और जल्द ही उसको गिरफ्तार कर लिया जाएगा। ऐसे में सवाल यही उठ खड़ा हुआ है कि क्या मध्य प्रदेश में मासूम अब महफूज नहीं हैं।