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आईटी क्षेत्र में अपार संभावानाओं पर मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव का विशेष फोकस

27 अप्रैल को इंदौर में "एमपी टेक ग्रोथ कॉन्क्लेव" का आयोजन, तकनीकी रूप से और अधिक मजबूत होगा प्रदेश

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विकास सिंह

, शनिवार, 26 अप्रैल 2025 (12:56 IST)
भोपाल। मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव प्रौद्योगिकी पुरुष के रूप में उभर कर सामने आ रहे हैं। दूरदर्शिता में दक्ष सीएम डॉ. मोहन का ही विजन है कि तकनीक को मजबूत कर युवाओं को रोजगार-स्वरोजगार से जोड़ा जा सकता है। यही कारण है कि वे तकनीक पर न केवल ज्यादा जोर दे रहे हैं, बल्कि उन्होंने अपनी योजना को साकार करना शुरू भी कर दिया है। इसके लिए वे आगामी 27 अप्रैल को एमपी टेक ग्रोथ क़ॉन्क्लेव का आयोजन करने जा रहे हैं। इंदौर में आयोजित होने जा रहे इस ऐतिहासिक तकनीक सम्मेलन में ऐसी कई नई चीजें शुरू की जाएंगे, जिनसे प्रदेश की दशा और दिशा ही बदल जाएंगी।

प्रदेश को तकनीकी रूप से सुदृढ़ करने के उद्देश्य से डॉ. मोहन सरकार इंदौर में एमपी टेक ग्रोथ कॉन्क्लेव आयोजित करने जा रही है। यह आयोजन 27 अप्रैल को इंदौर में होगा। इस सम्मेलन से रोजगार की एक नई उम्मीद जन्म लेगी। इसकी वजह यह है कि प्रदेश के मुखिया डॉ. मोहन यादव कई नई चीजों की घोषणाएं करेंगे। सीएम मोहन यादव का मानना है कि तकनीक एक ऐसा क्षेत्र है, जिसमें युवाओं के लिए असीमित संभावनाएं हैं। अभी इस सेक्टर में बहुत काम करना बाकी है। अलग-अलग तरह की तकनीक का इस्तेमाल और उसकी दक्षता युवाओं का जीवन पूरी तरह से बदल सकती है। 
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एमपी टेक ग्रोथ कॉन्क्लेव में मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव 300 से अधिक उद्योगपतियों, नीति निर्माताओं और निवेशकों से चर्चा करेंगे। वे आईटी और उससे संबंधित क्षेत्रों में प्रगति पर विस्तार  चर्चा करेंगे। वे इसी सम्मेलन में आईटी-आईटीईएस, ईएसडीएम, सेमिकंडक्टर्स, एव्हीजीसी-एक्सआर, डेटा सेंटर्स, ग्लोबल कैपेबिलिटी सेंटर्स (जीसीसी) और ड्रोन टेक्नोलॉजी जैसे क्षेत्रों में निवेश की प्रगति की समीक्षा भी करेंगे।

क्या होगा टेक कॉन्क्लेव में?-सम्मेलन के दौरान आईआईटी इंदौर दृष्टि सीपीएस फाउंडेशन का भूमि-पूजन होगा। बीईएल में एआई टेक्नोलॉजी का उपयोग करने वाले सेंटर ऑफ एक्सीलेंस का उद्घाटन होगा। इस दौरान नई सेंटर्स ऑफ एक्सीलेंस, एव्हीजीसी-एक्सआर लेबोरेटरीज और कौशल विकास को बढ़ावा देने के लिए अहम एमओयू साइन होंगे। इसी टेक कॉन्क्लेव में एलटीआई माइंडट्री (आईटी/आईटीईएस), इंदौर सुपर कॉरिडोर कैंपस (इन्फ्रा), पीपीपी टॉवर इंदौर (इन्फ्रा), सीटीआरएलएस (डाटा सेंटर) और पंचशील (इन्फ्रा डेवलपर) जैसी परियोजनाओं का भूमिपूजन भी होगा। इसके अलावा अतिरिक्त एसडीडब्ल्यूएएन (नेटवर्क), ऑपटिकल फाइबर (डिजिटल इन्फ्रा), आईटी पार्क प्लॉट अलॉटमेंट फॉर 12 कंपनीस (इन्फ्रा), केयनीस (ईएमसी) परियोजनाओं को लेटर्स ऑफ अलॉटमेंट सौंपे जाएंगे।

एमओयू साइन होने के बाद बदल जाएगी तकनीक की दशा-इसी टेक कॉन्क्लेव में सिंहासा आईटी पार्क, इंदौर में स्थित भारत इलेक्ट्रॉनिक्स लिमिटेड (बीईएल) के सेंटर ऑफ एक्सीलेंस फॉर एआई और सॉफ्टवेयर डेवलपमेंट सेंटर (एसडीसी) का उद्घाटन होगा। इसके साथ-साथ 25 करोड़ रूपये की राशि से विकसित जबलपुर आईटी पार्क ब्लॉक बी का उद्घाटन भी किया जायेगा। इस आयोजन में एआई एण्ड सायबर सिक्योरिटी (डीएसटी और मेनिट तथा एक उद्योग भागीदार के साथ), सेमिकंडक्टर्स (डीएसटी और आईआईआईटीएम ग्वालियर के साथ), ड्रोन स्कूल (डीएसटी और आईआईएसईआर भोपाल के साथ), एव्हीजीसी-एक्सआर सीओई (डीएसटी और एफआईसीसीआई तथा एमपी एव्हीजीसी-एक्सआर एसोसिएशन के साथ) और एव्हीजीसी-एक्सआर लैब्स (डीएसटी और एफआईसीसीआई तथा मध्यप्रदेश के शासकीय आर्टस् कॉलेजों के साथ) के लिए आगामी सेंटर्स ऑफ एक्सीलेंस के लिए एमओयू और समझौतों पर भी हस्ताक्षर किए जाएंगे। यह साझेदारी राज्य की प्रौद्योगिकी पारिस्थितिकी तंत्र को आकार देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी।

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