भोपाल। मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री कमलनाथ ने आईटी छापों को लेकर हुए नए खुलासे और दिखाए जा रहे उन दस्तावेजों को सिरे से खारिज कर दिया है जिसमें चुनाव से पहले करोड़ों के लेनदेन की बात कही जा रही है । मीडिया से बात करते हुए मुख्यमंत्री कमलनाथ ने कहा कि इसमें कोई भी सच्चाई नहीं है और अब जब भाजपा सरकार में हुए बड़े घोटालों का खुलासा उनकी सरकार करने जा रही है तो कैसे लोगों का ध्यान मोड़ा जाए इसकी कोशिश की जा रही है।
ख्यमंत्री ने आईटी खुलासे की खबर दिखाने वाले चैनलों पर भी सवाल उठाए। उन्होंने साफ कहा कि जो कागजात दिखाए जा रहे हैं, वो कहां से मिले और उनका कमलनाथ से क्या संबंध है, इसको कोई नहीं बता पा रहा है और पूरे मामले पर बेवजह राजनीति की जा रही है।
इससे पहले कुछ चैनलों ने अपनी रिपोर्ट में दिखाया था कि आयकर छापे के दौरान एक एक्सल शीट मिली है जिसमें कथित रूप से करोड़ों के लेनदेन का सिलसिलेवार नाम से जिक्र है। इसके साथ ही एक कथित ऑडियो टेप भी सामने आया था, जिसमें दावा किया जा रहा था कि मुख्यमंत्री और उनके ओएसडी के बीच पैसों के लेनदेन की बात रिकॉर्ड है।
वहीं उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद में बेटे बकुलनाथ के संस्थान को जमीन आवंटन रद्द होने के मामले पर सीएम ने कहा कि पूरा निर्माण कार्य गाजियाबाज डेवलपमेंट अथॉरिटी की अनुमति से हुआ था, ऐसे में अब 30-35 साल बाद कार्रवाई होना पूरी तरह राजनीतिक दुर्भावना से की गई कार्रवाई है।