भोपाल। कोरोना संकट में डॉक्टरों पर हमले के खिलाफ मोदी सरकार के कड़े कानून बनाने के अध्यादेश लाने के साथ ही मध्यप्रदेश के श्योपुर मेडिकल टीम पर हमले का सनसनीखेज मामला सामने आया है। जिले के विजयपुर तहसील के गसवानी कस्बे में आज बाहर से आए एक युवक की जांच करने पहुंची टीम पर लोगों ने अचानक से हमला बोल दिया। हमले से पहले संदिग्ध युवक के परिवार वालों ने मेडिकल टीम से बहस की। मेडिकल टीम के काफी समझाने के बाद परिवार वाले जांच के लिए तैयार नहीं हुए।
दरअसल गसवानी कस्बे में रहने वाले गंगराम शिवहरे का बेटा गोपाल लॉकडाउन के चलते घर के बाहर कहीं फंसा हुआ था और आज जब वह अपने घर पहुंचा को स्थानीय लोगों ने इसकी सूचना प्रशासन की दी। बाहर से आए व्यक्ति के स्वास्थ्य की जांच करने और उसको क्वारेंटाइन करने के लिए जब मेडिकल टीम गांव पहुंची तो परिवार वालों ने लड़के की जांच कराने से इंकार कर दिया।
काफी देर बहस करने के बाद परिजनों ने मेडिकल टीम पर लाठी डंडों और पत्थरों से हमला कर दिया। अचानक हुए हमले में एएसआई श्रीराम अवस्थी का सिर फूट गया और उनके मुंह पर गंभीर चोट आई वहीं संदिग्ध मरीज की जांच करने गए विजयपुर सरकारी हॉस्पिटल के डॉक्टर पवन उपाध्याय पर भी लोगों ने लाठी डंडे से हमला कर दिया।
श्योपुर के एसपी संपत उपाध्याय के मुताबिक पुलिस ने हमले के आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है और उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जा रही है।