भोपाल। इंदौर के बाद अब सूबे की राजधानी भोपाल में कोरोना ने अपना कहर दिखाना शुरु कर दिया है। रविवार को राजधानी भोपाल में एक साथ कोरोना के 24 नए मरीज सामने आने से हड़कंप मच गया है।
जिन लोगों की रिपोर्ट कोरना पॉजिटिव आई है उसमें 12 जमाती और 11 स्वास्थ्य विभाग से जुड़े अधिकारी और कर्मचारी शामिल है। इसके साथ ही सातवीं बटालियन में तैनात एक आरक्षक भी कोरोना पॉजिटिव पाया गया है। राजधानी में एक साथ इतनी बड़ी संख्या में कोरोना पॉजिटिव पाए जाने के बाद अब प्रशासन अलर्ट मोड पर आ गया है।
रविवार को बड़ी संख्या में स्वास्थ्य विभाग से जुड़े अधिकारियों और कर्मचारियों के कोरोना पॉजिटिव पाए जाने के बाद पूरे महकमे में हड़कंप मच गया है। इससे पहले स्वास्थ्य विभाग के प्रमुख सचिव पल्लवी जैन गोविल, डिप्टी डायरेक्टर वीणा सिन्हा और आयुष्मान भारत के सीईओ जे विजय कुमार भी कोरोना पॉजिटिव पाए गए थे।
कम्युनिटी स्प्रेड की स्थिति नहीं – भोपाल में कोरोना के बढ़ते मामलों के बीच मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने एम्स भोपाल के डॉयरेक्टर, मेडिसिन विभाग के प्रमुख तथा कोविड 19 के स्टेट टेक्निकल एडवाइसर से चर्चा कर कोरोना वायरस की स्थिति एवं चिकित्सा व्यवस्थाओं की जानकारी ली। एम्स के निदेशक सरमन सिंह ने मुख्यमंत्री को बताया कि भोपाल में कम्युनिटी स्प्रेड जैसी कोई स्थिति नहीं है।
एम्स के निदेशक ने मुख्यमंत्री को बताया कि कोरोना के इलाज की दृष्टि से भोपाल के अस्पतालों चिरायु एवं हमीदिया को तथा जेके, एम्स एवं जेपी अस्पतालों को क्षेत्रवार पूल किया जा रहा है, जिससे आवश्यकता पड़ने पर एक क्षेत्र के मरीजों को वहीं चिकित्सा सुविधा प्राप्त हो सके। ऐसे प्रबंध किए जा रहे हैं, जिससे आवश्यकता होने पर जिस अस्पताल में इलाज हो रहा हो वहीं मरीज के लिए आईसीयू की व्यवस्था हो सके।