इंदौर। वरिष्ठ पत्रकार, कॉर्पोरेट इतिहासकार एवं समाजसेवी प्रकाश बियानी का शुक्रवार को निधन हो गया। बियाणी इंदौर के सीएचएल अस्पताल में भर्ती थे एवं हाल ही में उनका ब्लैक फंगस का ऑपरेशन भी हुआ था।
इसके पहले कोविड-19 संक्रमण का शिकार होने के बाद उन्हें पहले मयंक हॉस्पिटल और बाद में ग्रेटर कैलाश हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया था। कोरोना रिपोर्ट नेगेटिव आने के बाद ही उनका ब्लैक फंगस का ऑपरेशन हुआ था।
जीवन परिचय : प्रकाश बियाणी ने अपने करियर की शुरुआत स्टेट बैंक से की थी एवं 25 वर्ष (1968-1995) की नौकरी के उपरांत स्वैछिक सेवानिवृत्ति ले ली थी। उन्होंने 8 वर्ष तक भास्कर समूह में कॉर्पोरेट संपादक के रूप में सेवाएं दी थीं। इसके बाद भी वे विभिन्न पत्र-पत्रिकाओं के साथ ही डिजिटल मीडिया के लिए भी कॉलम लिखते रहे थे।
हिंदी, गुजराती और मराठी में उनकी कई पुस्तकें प्रकाशित हो चुकी हैं। उनकी पुस्तक 'शून्य से शिखर तक' सर्वाधिक लोकप्रिय रही थी। इस पुस्तक में उन्होंने देश के प्रमुख कॉर्पोरेट घरानों के बारे में विस्तार से जानकारी दी थी।
इसके अलवा इस्पात पुरुष लक्ष्मी मित्तल, जी वित्त्तमंत्री जी (आजादी के बाद प्रस्तुत केन्द्रीय बजट और अर्थव्यवस्था का विश्लेषण), इंडियन बिजनेस वुमेन, 25 सुपर ब्रांड्स, द बॉस (स्वामी बनो, सेवक नही), लोकल से ग्लोबल (50 भारतीय उद्योगपतियों की वैश्विक कारोबारी यात्रा), बिजेनस गेम चेंजर्स (मेक इन इंडिया) 50 नवोदित (स्टार्टअप) उद्यमियों की सक्सेस सागा, खदान से ख्वाबों तक संगमरमर (भारतीय संगमरमर उद्योग का इतिहास), बाधाओं से बुलंदी तक (सेल्फ लर्न), भरोसा (मोटिवेशनल), 25 ग्लोबल ब्रांड्स, नोट बंदी आदि उनकी प्रमुख पुस्तकें हैं।
बियाणी जी ने वेबदुनिया के लिए भी आर्थिक मामलों पर कई आलेख लिखे, विशेष आग्रह पर उन्होंने वीडियो भी बनाकर दिए। वेबदुनिया परिवार बियाणी जी को विनम्र श्रद्धांजलि अर्पित करता है।