मध्यप्रदेश में उपचुनाव को लेकर सस्पेंस बरकरार,आयोग ने चुनाव कराने के फैसले को किया होल्ड
उपचुनाव कराने का निर्णय सही समय पर लिया जाएगा : चुनाव आयोग
मध्यप्रदेश में विधानसभा की रिक्त हुई 27 सीटों पर उपचुनाव कब होंगे इस पर सस्पेंस बढ़ गया है। विधानसभा और लोकसभा की रिक्त सीटों पर चुनाव कराने को लेकर आयोग की समीक्षा बैठक के बाद चुनाव आयोग के प्रवक्ता शेफाली शरण ने कहा कि उपचुनाव को लेकर अभी कोई निर्णय नहीं लिया गया है। उपचुनाव करने का निर्णय और इसकी अधिसूचना चुनाव आयोग सही समय पर करेगा, फिलहाल आयोग ने लोकसभा और विधानसभा के उपचुनाव कराने के निर्णय को होल्ड कर लिया है।
कोरोना के बढ़ते संक्रमण के चलते मध्यप्रदेश में उपचुनाव कब और किस तरह होंगे इसको लेकर लगातार कयासों का दौर जारी है। कांग्रेस ने कोरोना के चलते चुनाव आयोग से बैलेट पेपर के जरिए चुनाव कराने की मांग कही है वहीं दूसरी ओर भाजपा जोर शोर से अपनी चुनावी तैयारियों में जुटी है।
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दूसरी तरफ मध्यप्रदेश में लगातार कांग्रेस विधायकों के इस्तीफे के बाद लगातार विधानसभा की सीटें खाली होती जा रही है। अब तक 25 कांग्रेस विधायकों के पाला बदलकर भाजपा में जाने और 2 सीटों पर मौजूदा विधायकों के निधन के बाद कुल 27 सीटें खाली हो चुकी है।
मध्यप्रदेश में कांग्रेस के 22 विधायकों के इस्तीफे 10 मार्च को हुए थे और कयास लगाए जा रहे थे कि आयोग 10 सितंबर तक चुनाव कर लेगा और इसके लिए जुलाई के आखिरी सप्ताह तक अधिसूचना जारी कर दी जाएगी। आमतौर पर पूरी चुनाव प्रक्रिया में होने में 45 दिन का समय लगता है जिसमें चुनाव के नोटिफिकेशिन (अधिसूचना) से काउटिंग (मतगणना) होने तक पूरा लगभग 45 दिन का समय लगता है।