प्रतिष्ठा का प्रश्न बन चुके जोबट उपचुनाव में कांग्रेस की एक बड़ी परेशानी दूर हो गई। पार्टी का टिकट न मिलने के कारण नाराज होकर निर्दलीय नामांकन भरने वाले दिवंगत विधायक कलावती भूरिया के भतीजे दीपक भूरिया ने आखिर आज मंगलवार को अपना पर्चा वापस ले लिया।
जोबट से कांग्रेस के टिकट के लिए दीपक भूरिया की भी दावेदारी थी, जब पार्टी ने यहां से आलीराजपुर जिला कांग्रेस के अध्यक्ष महेश पटेल को उम्मीदवार घोषित कर दिया तो दीपक ने नाराज होकर निर्दलीय चुनाव लड़ने का ऐलान कर दिया और नामांकन दाखिल करने के अंतिम दिन निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में फॉर्म भर दिया। दीपक के इस कदम से कांग्रेस में खलबली मच गई थी और यह माना जा रहा था कि अगर वे निर्दलीय तौर पर मैदान में रहते हैं तो इसका सीधा नुकसान कांग्रेस को होगा।
इसी के मद्देनजर पिछले 3 दिन से कांग्रेस के वरिष्ठ नेता कांतिलाल भूरिया प्रदेश युवा कांग्रेस के अध्यक्ष डॉ. विक्रांत भूरिया और जोबट के लिए प्रदेश कांग्रेस के प्रभारी खरगोन के विधायक रवि जोशी इसी कोशिश में लगे थे कि किसी भी हालत में 13 अक्टूबर के पहले दीपक का नामांकन वापस हो जाए। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ ने भी इस मामले में दीपक से बात की थी। सोमवार को जोशी ने दीपक द्वारा नामांकन वापस लेने के संकेत दे दिए थे। मंगलवार को दीपक जोबट के एसडीएम कार्यालय पहुंचे और नामांकन वापस ले लिया। दीपक के नामांकन वापस लेने का सीधा फायदा कांग्रेस उम्मीदवार को मिलेगा।