भोपाल। अपने बयानों को लेकर अक्सर विवादों में रहने वाले मध्यप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह का भाजपा प्रदेश वीडी शर्मा को घेरने का दांव उल्टा पड़ता दिख रहा है। दरअसल पिछले दिनों दिग्विजय सिंह ने प्रदेश भाजपा के मुखिया वीडी शर्मा पर पन्ना में कथित तौर पर जमीन पर अवैध कब्जे और रेत के अवैध खनन को लेकर आरोप लगाए थे। लेकिन वीडी शर्मा के बहाने दिग्विजय सिंह की भाजपा को घेरने यह कोशिश अब सवालों के घेरे में आ गई है।
प्रदेश भाजपा अध्यक्ष वीडी शर्मा ने पलटवार करते हुए कहा कि पूरा पन्ना मुझे जानता है और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और अमित शाह मुझे आप से बेहतर जानते हैं और यह जानते है कि मैं कौन-कौन से काम करता हूं। दिग्विजय जब आरोप लगा रहे थे तब वह खुद अवैध खनन के आरोपियों से घिरे हुए थे।
दिग्विजय सिंह पर हमला बोलते हुए कहा कि मिस्टर बंटाधार आप क्या करते हैं वह पूरा प्रदेश की जनता अच्छी तरह से जानती है। कांग्रेस पार्टी के नेता उमंग सिंघार ने दिग्विजय सिंह को मध्यप्रदेश का सबसे बड़ा भू माफिया, रेत माफिया, शराब माफिया बताया था। जिसका जवाब आज तक दिग्विजय सिंह नहीं दे पाए।
वीडी शर्मा ने दिग्विजय पर हमला बोलते हुए कहा कि पन्ना जिले की पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष दिव्यारानी है उन पर हाईकोर्ट ने पेनाल्टी लगाई है। दिव्या रानी ने 54 एकड़ जमीन पर कब्जा किया जिस पर 13 आदिवासियों नाम दर्ज हैं,यह आदिवासी कहां है। इसके साथ दिग्विजय सिंह के बगल में बैठे भरत मिलन पांडे खुद अवैध माइनिंग में शामिल है।
दरअसल पन्ना जिले में दिग्विजय सिंह के कार्यकाल में सरकारी जमीन कांग्रेस से जुड़े कुछ प्रभावशाली करीबी लोगों को दी गई थी। इसमें 20 हेक्टेयर से अधिक जमीन तो पड़रिया कला में ही दिग्विजय सिंह के करीबियों के नाम पर है। पन्ना मुख्यालय में कांग्रेस की पूर्व जिला अध्यक्ष दिव्या रानी सिंह को फलों की खेती के लिए दी गई जमीन हाल ही में प्रशासन ने कब्जा मुक्त कराई है।
दिव्या रानी पर गलत जानकारी देने पर उच्च न्यायालय जबलपुर ने जुमार्ना भी लगाया था। उधर केन नदी के किनारे एक जमीन कथित तौर पर दिग्विजय सिंह के दामाद ने खरीदी है. इस पर जिला प्रशासन कार्रवाई की तैयारी मे है। ऐसे में अब दिग्विजय सिंह अपने उपर लगे आरोपों को जवाब देने के लिए भाजपा प्रदेश अध्यक्ष को घेर रहे है लेकिन फिलहाल उनका दांव उल्टा पड़ता दिख रहा है।