भोपाल। मध्यप्रदेश के 16 जिलों में लगातार हो रही बारिश के चलते नदी-नाले उफान पर होने के साथ कई जिले बाढ़ के पानी में डूब गए है। वहीं लगातार बारिश के चलते कई स्थानों पर लोगों के बाढ़ के पानी में घिरने की भी खबरें भी लगातार सामने आ रही है। नर्मदापुरम के बनखेड़ी में उफनती ओल नदीं में गिरे बाइक सवार ने किसी तरह अपनी जान बचाई है।
सीहोर जिले के गांव सालरोड में सीप नदी के उफान पर आ जाने से स्टॉप डेम निर्माण में लगे 20 मजदूरों सोमवार शाम से पानी से घिर गए थे। मजदूरों के फंसने की सूचना के बाद आज होमगार्ड और एसडीआरएफ ने रेस्क्यू ऑपरेशन चलाकर सभी मजदूरों को सुरक्षित निकाला।
वहीं राजधानी भोपाल में रूक-रूक कर हो रही बारिश के चलते आम जनजीवन बुरी तरह प्रभावित हुआ है। पिछले तीन दिनों से जारी लगातार बारिश से जिले के कई निचले इलाके में पानी में डूबे हुए है। वहीं कई रिहायशी कॉलोनियों में भी पानी भरा हुआ है। रहवासी कॉलोनियों से पानी निकालने के लिए नगर निगम की टीम लगातार काम कर रही है।
भारी बारिश का ऑरेज अलर्ट-वहीं प्रदेश में कई जिलों में मौसम विभाग ने भारी बारिश की आंशका जताते हुए यलो अलर्ट जारी किया है। मौसम विभाग ने अगले 24 घंटे के लिए भोपाल, नर्मदापुरम, जबलपुर, उज्जैन, इंदौर संभाग के जिलों के लिए ऑरेंज अलर्ट जारी किया है। मौसम विभाग की माने तो भोपाल, रायसेन, राजगढ़, सीहोर, विदिशा, नर्मदापुरम्, हरदा, बैतूल, जबलपुर, कटनी, नरसिंहपुर, मंडला, सिवनी, बालाघाट, छिंदवाड़ा, डिंडौरी, उज्जैन, देवास, आगर-मालवा, शाजापुर, रतलाम, मंदसौर, नीमच, अलीराजपुर, बड़वानी, बुरहानपुर, धार, इंदौर, झाबुआ, खंडवा और खरगोन में भारी बारिश हो सकती है।
बाढ़ पर सरकार अलर्ट- वहीं बाढ़ से निपटने के लिए राज्य स्तरीय राज्य स्तरीय बाढ़ नियंत्रण कक्ष स्थापित करने के साथ बाढ़ और जलभराव की जानकारी देने के लिए टोल फ्री नंबर 1070 और 1079 जारी किया गया है। इसके साथ प्रदेश में बाढ़ प्रभावित इलाकों में 96 क्विक रिस्पॉन्स टीमों को तैनात किया गया है। वहीं बाढ़ आपदा प्रबंधन के लिए 19 रिजर्व टीम रखी गई है। इसके साथ सभी 52 जिला मुख्यालयों पर इमरजेंसी ऑपरेशन सेंटर (EOC) बनाए गए हैं। वहीं जिला स्तर पर बाढ़ आपदा संभावित स्थानों को देखते हुए प्रदेश स्तर पर कुल 280 डिजास्टर रिस्पांस सेंटर(DRC) का गठन किया गया है।