मुरैना। मध्यप्रदेश के मुरैना में पटाखों के गोडाउन में धमाकों से दहशत फैल गई। इस हादसे में पूरी इमारत मलबे में तब्दिल हो गई। हादसे में 4 लोग मारे गए और 7 घायल हुए हैं।
पुलिस सूत्रों के अनुसार, बानमोर थाना क्षेत्र में जमील नाम का एक व्यक्ति पटाखा निर्माण कार्य करता था। पटाखा निर्माण और विक्रय संबंधी इस कार्य के दौरान अचानक विस्फोट हो जाने से घटनास्थल पर अफरातफरी मच गई।
हादसे में 4 लोग मारे गए और 7 अन्य के घायल हो गए। सूचना मिलने पर पुलिस और प्रशासन के अधिकारी भी मौके पर पहुंचे और घायलों को तुरंत अस्पताल पहुंचाया।
वैसे तो हर साल पटाखों से जुड़े हादसों से की खबर आती है। इस धमाकों में कई लोगों की जान चली जाती है लेकिन इन 5 बड़े हादसों के बारे में जानकर आप भी दहल जाएंगे।
22 फरवरी 2022 : हिमाचल प्रदेश के ऊना में मंगलवार को एक पटाखा फैक्ट्री में हुए धमाके में 7 लोगों की मौत हो गई, जबकि दर्जनभर के लगभग लोग झुलस गए। मृतकों में 6 महिलाएं और एक 3 साल की बच्ची भी है।
26 अक्टूबर 2018 : उत्तर प्रदेश के बदायूं जिले के सिविल लाइंस क्षेत्र में एक पटाखा फैक्ट्री में अचानक हुए जबर्दस्त विस्फोट में 8 लोगों की मौत हो गई तथा तीन अन्य गम्भीर रूप से घायल हो गए। धमाके की वजह से पटाखा फैक्ट्री के बगल में स्थित साइकिल मरम्मत की दुकान में बैठे हुए लोग, आतिशबाजी की फैक्ट्री में काम करने वाले लोग और वहां से गुजर रहे राहगीर भी चपेट में आ गए।
25 सितंबर 2017 : झारखंड में पूर्वी सिंहभूम जिले के बहरागोड़ा प्रखंड के कुमारडुबी गांव में अवैध रूप से पटाखा बनाने के दौरान हुए विस्फोट 9 लोग मारे गए। विस्फोट के दौरान पटाखों के साथ ही गैस सिलेंडर भी फटे थे।
12 सितंबर 2015 : मध्यप्रदेश में झाबुआ जिले के पेटलावद कस्बे में स्थित एक इमारत में भारी मात्रा में रखे खनन विस्फोटकों में शनिवार को सुबह साढ़े आठ बजे हुए विस्फोट में कम से कम 89 लोगों की मौत हो गई और करीब 100 अन्य घायल हो गए।
21 अक्टूबर 2014 : आंध्रप्रदेश के तटीय पूर्वी गोदावरी जिले के वकाटिप्पा गांव में एक पटाखा फैक्ट्री में हुए विस्फोट में 14 महिलाओं समेत 17 लोगों की मौत हो गई। विस्फोट के समय 30 मजदूर वहां काम कर रहे थे। हादसे में कम से कम दो इमारतें पूरी तरह से ध्वस्त हो गईं और कई मकान क्षतिग्रस्त हो गए।