भोपाल। चुनावी सभाओं में नेता एक-दूसरे पर आरोप-प्रत्यारोप के बीच भाषा की मर्यादा को ताक पर रख अभद्र टिप्पणियों से बाज नहीं आ रहे हैं।
मध्यप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ ने डबरा विधानसभा क्षेत्र में आयोजित एक जनसभा में अनुसूचित जाति वर्ग की महिला एवं पूर्व मंत्री इमरती देवी को लेकर अमर्यादित बोल बोले। इसका वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। हालांकि उन्होंने सीधे इमरती देवी का नाम नहीं लिया।
कमलनाथ डबरा विधानसभा क्षेत्र में आयोजित एक जनसभा में भाषण दे रहे थे। इस दौरान उन्होंने इमरती देवी के खिलाफ अभद्र टिप्पणी की।
कमलनाथ ने भाजपा की प्रत्याशी इमरती देवी को 'आइटम' कहा। इमरती देवी कांग्रेस छोड़कर भाजपा में शामिल हुई हैं।
कमलनाथ ने भाषण में कहा कि इमरती देवी के बारे में कहा कि 'आप तो उसे मुझसे ज्यादा पहचानते हैं, आपको मुझे पहले ही सावधान कर देना चाहिए था, ये क्या 'आइटम' है।
कमलनाथ कांग्रेस प्रत्याशी सुरेश राजे के लिए जनसभा को संबोधित कर रहे थे। डबरा से भाजपा प्रत्याशी के रूप में इमरती देवी मैदान में हैं।
हर बेटी से माफी मांगे कमलनाथ : मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने ट्वीट के जरिए लिखा है- 'खुद को मर्यादा पुरुषोत्तम बताने वाले ऐसी अमर्यादित भाषा का प्रयोग कर रहे हैं। नवरात्रि के पावन पर्व पर देश नारी की उपासना कर रहा है, ऐसे में आपके बयान से आपकी ओछी मानसकिता झलकती है। बेहतर होगा कि आप अपने शब्द वापस लें और इमरती देवी सहित प्रदेश की हर बेटी से माफी मांगें।
चौहान ने सिलसिलेवार ट्वीट में कमलनाथ को संबोधित करते हुए लिखा है- 'इमरती देवी उस गरीब किसान की बेटी का नाम है, जिसने गांव में मजदूरी करने से शुरुआत की और आज जनसेवक के रूप में राष्ट्रनिर्माण में सहयोग दे रही हैं। कांग्रेस ने मुझे भूखा-नंगा कहा और एक महिला के लिए आपने 'आइटम' जैसे शब्द का उपयोग कर अपनी सामंतवादी सोच फिर उजागर कर दी।
प्रदेश भाजपा अध्यक्ष विष्णुदत्त शर्मा, राज्य के गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा और अन्य नेताओं ने भी कमलनाथ के बयान की आलोचना करते हुए कहा कि यह अनुसूचित जाति की महिला का ही नहीं, पूरी महिलाओं और बेटियों का अपमान है।
भाजपा के अनुसूचित जाति मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष लाल सिंह आर्य ने भी कमलनाथ के बयान की आलोचना करते हुए कहा कि पार्टी इस मामले में वैधानिक स्तर पर कार्रवाई करने का भी विचार करेगी।