इंदौर। शहर के निकट मेहंदीकुंड पिकनिक स्पॉट के पास के जंगलों में पिछले छह माह में 20 सामूहिक बलात्कार की घटनाएं होने की सनसनीखेज बात सामने आई है। इंदौर पुलिस ने हाल में पांच लोगों को गिरफ्त में लिया, जिनसे पूछताछ में इन घटनाओं का खुलासा हुआ है।
आरोपियों ने पूछताछ में कबूल किया कि वे तीन साल से मेहंदीकुंड और आसपास के जंगलों में घटनाओं को अंजाम दे रहे थे। वे यहां घूमने आने वाले युवक-युवतियों को हथियारों के बल पर धमकाते और उनसे लूटपाट करते। साथ ही युवतियों से ज्यादती करते। आरोपियों ने 20 से अधिक युवतियों से ज्यादती करना कबूला है।
आरोपी वारदात का वीडियो भी बना लेते थे। बदनामी के डर से पीड़ित लड़कियां पुलिस में शिकायत भी नहीं कराती थीं। पुलिस को शक है कि आरोपी 50 से अधिक युवतियों के साथ ऐसी हरकत कर चुके हैं। इनमें ज्यादातर छात्राएं हो सकती हैं। जानकारी के मुताबिक एक मामले में गैंगरेप से बचने के लिए युवती खाई में कूद गई। बदमाशों ने उसके साथ आए प्रेमी युवक को भी खाई में फैंक दिया था।
पुलिस ने इस मामले में बलराम मकवाना (बसी पीपरी), गोविंद बारिया (कोदरिया) और बसी पीपरी व रुंडा निवासी दो नाबालिगों को गिरफ्तार किया है। गिरोह का सरगना ईश्वर भील (कोदरिया) फरार है।
इस तरह खुला राज : चार महीने पहले चार बोरी चना चोरी हुआ था। इसके आरोप में पुलिस ने सतपाल निनामा को गिरफ्तार कर उपजेल भेजा था। युवक-युवती की हत्या में शामिल आरोपी बलराम को भी इसी मामले में जेल भेजा गया। यहां दोनों के बीच चोरी के मामले में फंसाने की बात को लेकर विवाद हुआ। दोनों ने एक-दूसरे की पोल खोल दी।
कजलीगढ़ में हुई थीं इस तरह की घटनाएं : इंदौर के निकट एक अन्य पिकनिक स्पॉट कजलीगढ़ में भी इस तरह की घटनाएं सामने आई थीं। लेकिन, बाद में हुई पुलिस जांच में कुछ सामने नहीं आया था। दरअसल, इस मामले में भी किसी ने पुलिस में शिकायत दर्ज नहीं कराई थी। उस समय माना गया था कि 45 लड़कियों के साथ गैंगरेप की घटना हुई थी।