इंदौर। यदि पुलिस ही झांसे में आ जाए तो फिर आम आदमी की तो बिसात ही क्या। हाल ही में एक ऐसा सनसनीखेज मामला सामने आया है, जिसमें आठवीं पास एक शातिर लड़की ने मध्यप्रदेश की पुलिस को ही चूना लगा दिया। यह लड़की सालों से पुलिस को झांसा दे रही थी। हालांकि इस मामले में पुलिस के कई अधिकारी भी शंका के घेरे में हैं।
सोनिया शर्मा नामक यह लड़की कुछ दिन या कुछ माह से नहीं बल्कि पिछले 10 साल से मध्यप्रदेश पुलिस को बुद्धू बना रही थी। आश्चर्य तो तब हुआ जब यह लड़की पिछले दस महीने से इंदौर के प्रथम बटालियन स्थित ऑफिसर्स मेस में एडीजी की बहन बनकर रुकी रही और किसी को कानोंकान खबर नहीं लगी। यह लड़की एडीजी के नाम पर छोटे पुलिस अधिकारियों पर रौब भी झाड़ती रही।
आठवीं पास के अधिकारियों जैसे ठाठ : इस लड़की को सरकारी गाड़ी और गनर भी मिला हुआ था। बताया जाता है कि वह पुलिस आफिसर्स मेस इंदौर, भोपाल और उज्जैन के अफसरों से मीटिंग भी करती थी। कहा तो यह भी जा रहा है कि इंदौर के अलावा उज्जैन और भोपाल में भी यह लड़की अपने कारनामों का अंजाम दे चुकी है।
इस शातिर लड़की ने बड़े पुलिस अफसर की बहन या रिश्तेदार बनकर बड़े अधिकारियों से कई काम भी निकलवाए हैं। बताया तो यह भी जा रहा है कि सोनिया ने रौब के दम पर एक बड़े अस्पताल में अपनी कॉस्मेटिक सर्जरी भी करवा ली।
इस तरह फूटा भांडा : इंदौर के पुलिस मेस में एडीजी एसएएफ पवन शर्मा की शादी की सालगिरह मनाई जा रही थी। सोनिया ने इस पार्टी में शामिल होने के लिए पलासिया टीआई से गुलदस्ते लेकर रूम में भेजने के लिए कहा। जब पलासिया टीआई ने इससे इंकार कर दिया तो सोनिया ने सीएसपी ज्योति उमठ से शिकायत कर दी। इसी बीच, टीआई ने इस मामले में एडीजी के स्टेनो से फोन पर पूछताछ कर ली। जब इस मामले की भनक एडीजी अजय शर्मा को लगी तो उन्होंने कहा कि मेरी तो बहन ही नहीं है।
हालांकि इस फर्जीवाड़े का खुलासा होते ही पुलिस ने सोनिया को अपनी गिरफ्त में ले लिया। लेकिन, इस पूरे मामले में इंदौर के कई अधिकारी सवालों के घेरे में हैं। क्योंकि एक लड़की महीनों पुलिस ऑफिसर्स मेस में रुकी रही और किसी तो खबर तक नहीं लगी। सोनिया के साथ ही पुलिस ने उसके एक साथी को भी हिरासत में लिया है।