भोपाल। अजाक्स संगठन के प्रांतीय अध्यक्ष और वरिष्ठ आईएएस अधिकारी संतोष वर्मा के ब्राह्मण को लेकर दिए गए बयान पर अब विवाद खासा गर्मा गया है। मंगलवार को ब्राह्मण समाज से जुड़े विभिन्न संगठनों ने सड़क पर उतरकर जहां एक ओर विरोध प्रदर्शन किया है वहीं राष्ट्रीय सनातन सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष भगवती प्रसाद शुक्ल ने एलान किया है कि जो व्यक्ति संतोष वर्मा का मुंह काला करेगा उसके 51 हजार का इनाम दिया जाएगा। इसके साथ ही राष्ट्रीय सनातन सेना ने संतोष वर्मा को आतंकवादी बताते हुए उग्र आंदोलन की चेतावनी दी है।
ब्राह्मण संगठनों का विरोध प्रदर्शन-IAS अधिकारी संतोष वर्मा के बयान का ब्राहमण संगठनों ने विरोध किया है। संस्कृति बचाओ मंच और भोपाल हिंदू उत्सव समिति के अध्यक्ष चंदशेखर तिवारी ने कहा कि संतोष वर्मा का बयान निंदनीय है और वह खुद विवादों में रहे है। उन्होंने कहा कि संतोष वर्मा खुद लिवइन में रहे है और अब वह ब्राहमण बेटियों के खिलाफ बयान दे रहे है। सरकार को ऐसे अफसर के खिलाफ कार्रवाई करनी चाहिए।
वहीं अखिल भारतीय ब्राह्मण संगठन के प्रदेश अध्यक्ष पुष्पेंद्र मिश्र ने बयान को ब्राह्मणों के प्रति सीधा अपमान बताते हुए कड़ा विरोध जताया है। पुष्पेंद्र मिश्र ने कहा कि अखिल भारतीय ब्राह्मण समाज माननीय मुख्यमंत्री से निवेदन करता है कि ऐसे में समाज किस ओर जाएगा। ब्राह्मण समाज क्रोध के भाव में है। मुख्यमंत्री से अनुरोध करेंगे कि ऐसे व्यक्ति को तत्काल प्रभाव से निष्कासित किया जाए अन्यथा पूरे प्रदेश में आंदोलन होगा और पूरी जवाबदेही शासन- प्रशासन की होगी।
विरोध में आए कर्मचारी-अधिकारी संगठन- IAS संतोष वर्मा के विरोध में राजधानी भोपाल के कर्मचारी-अधिकारी संगठन भी आ गए है। मंत्रालय सेवा अधिकारी/कर्मचारी संघ के अध्यक्ष इंजी सुधीर नायक ने कहा कि अजाक्स प्रांताध्यक्ष का यह बयान घोर आपत्तिजनक है और समूचे सवर्ण समुदाय का अपमान है। उन्होंने कहा कि कौन किससे शादी करे यह उसका निजी मामला है और फिर बेटी कोई वस्तु नहीं है जो दान की जाये।कानूनी तौर पर तो मां बाप भी अपने पुत्र पुत्री की शादी किससे हो-यह तय नहीं कर सकते। सवर्ण समाज की बेटियों के बारे में एक वरिष्ठ आईएएस अधिकारी द्वारा ऐसा कहा जाना अति निंदनीय हों।
उन्होंने कहा कि सवर्ण समाज की बेटियों के बारे में संतोष वर्मा द्वारा कहे गए बयान की निंदा करने के साथ उनके खिलाफ आईएएस आचरण नियमों के तहत कार्रवाई करने के मांग करते है औऱ अजाक्स संगठन से जुड़े भाई बहनों से भी मेरी अपील है कि इस तरह की बातें करने वाले को उनका प्रांतीय अध्यक्ष नहीं होना चाहिए,इस पर वे विचार करें।
वहीं तृतीय वर्ग कर्मचारी संघ के महामंत्री उमाशंकर तिवारी कहते है कि अजाक्स के प्रदेश अध्यक्ष संतोष वर्मा द्वारा अजाक्स कर्मचारीयों के सम्मेलन में दिए गए बयान कर्मचारी संगठनों के मंच पर उचित प्रतीत नहीं हुए प्रत्येक कार्यालय में हर जाति धर्म के कर्मचारी मिलकर काम करते हैं इस प्रकार से बयानों से कहीं ना कहीं कर्मचारियों में खाई बढ़ेगी मतभेद पैदा होंगे आरक्षण देना सरकार का काम है न्यायालय में मामले लंबित भी है भारतीय प्रशासनिक सेवा के अधिकारी द्वारा इस प्रकार के बयान से बड़ी निराशा हुई इसकी हम निंदा करते हैं.
क्या है पूरा मामला?- 23 नवंबर को राजधानी भोपाल में अजाक्स संगठन का प्रांतीय अधिवेशन में अजाक्स के नवनिर्वाचित प्रांतीय अध्यक्ष और वरिष्ठ आईएएस अधिकारी श्री संतोष वर्मा ने विवादित बयान देते हुए कहा था कि जब तक मेरे बेटे को कोई ब्राह्मण अपनी बेटी दान नहीं देता या उससे संबंध नहीं बनता तब तक आरक्षण जारी रहना चाहिए।