भोपाल। 2018 के विधानसभा चुनाव में कर्जमाफी का ट्रंपकार्ड चलकर सत्ता में आने वाली कांग्रेस एक बार फिर उपचुनाव में कर्जमाफी को मुद्दा बनाने जा रही है।कर्जमाफी को लेकर भाजपा के आरोपों का जवाब देते हुए पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने साढ़े 26 लाख से अधिक किसानों की कर्जमाफी का बड़ा दावा किया है। भोपाल में मीडिया से बात करते हुए कमलनाथ ने किसानों की कर्जमाफी को सही बताते हुए एक पेन ड्राइव भी जारी की जिसमें उन किसानों के नाम और पते के साथ किसानों का कितना कर्ज माफ हुआ इसका डाटा होने का दावा किया गया है।
उपचुनाव की तारीखों के एलान से पहले विधानसभा सीट के प्रभारियों के साथ बैठक के दौरान कमलनाथ ने कहा कि 27 सीटों पर होने वाले उपचुनाव मध्यप्रदेश के भविष्य का चुनाव है। कांग्रेस चुनाव में अपने 15 महीनों के कार्यकाल में विकसति मध्यप्रदेश बनाने को लेकर लिए गए निर्णय को लेकर जनता के बीच जाएगी।
कमलनाथ ने ज्योतिरादित्य सिंधिया का नाम लिए बिना उन पर कटाक्ष करते हुए कहा कि जिन्होंने खुद कर्जामाफी के कार्यक्रम किए वह कहते हैं कि कर्जामाफ नहीं हुआ इसलिए हमने कांग्रेस छोड़ दी। ये झूठ की राजनीति और मीडिया की राजनीति मध्यप्रदेश में चलने वाली नहीं है। भाजपा के प्रचार और नौंटकी की राजनीति को प्रदेश की जनता अच्छी तरह समझती है।
भाजपा ने की CBI जांच की मांग –पीसीसी चीफ कमलनाथ की ओर से कर्जमाफी वाली पेन ड्राइव जारी किए जाने के बाद भाजपा नेता हितेष वाजपेयी ने ट्वीट कर इसकी सीबीआई जांच की मांग कर डाली। हितेष वाजपेयी ने लिखा कि किसानों की कर्जमाफी की कमलनाथ की काली पेन ड्राइव की CBI जांच होना चाहिए। 26 लाख किसानों के कर्ज की राशि कभी बैंको को दी ही नहीं गयी अपितु केवल ब्याज की राशि ही दी गयी। कांग्रेस की यह किसानों से की गई सबसे बड़ी गद्दारी है।