भोपाल। मध्यप्रदेश में साल के अंत में होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले इन दिनों नए वोटरों को जोड़ने का विशेष अभियान निर्वाचन आयोग की ओर से चलाया जा रहा है। भाजपा और कांग्रेस सभी सियासी दल वोटर लिस्ट को लेकर बेहद चौकस है और अपने कार्यकर्ताओं को बूथ स्तर पर वोटर लिस्ट को अपडेट करने के काम में जुट जाने के निर्देश दिए है।
वहीं चुनाव से कांग्रेस ने एक बार फिर वोटर लिस्ट में बोगस मतदाताओं का मुद्दा उठा दिया है। पूर्व मुख्यमंत्री एवं पीसीसी अध्यक्ष कमलनाथ ने कांग्रेस के सभी पदाधिकारियों को पत्र लिखकर पार्टी के सभी सभी पदाधिकारियों से मतदाता सूची में पुनरीक्षण के कार्य में तेजी से लग जाने का निर्देश देते हुए वोटर लिस्ट में बोगस मतदाताओं के पंजीयन पर आपत्ति करने के दिए निर्देश दिए है।
कमलनाथ ने पार्टी पदाधिकारियों को लिखे पत्र में कहा कि सभी कार्यकर्ता अपने-अपने बूथ की मतदाता सूचियों की जांच कर अपात्र (बोगस) मतदाताओं के पंजीयन पर आपत्ति अवश्य दर्ज कराए। इससे विरोधी दल के बोगस (फर्जी) मतदान कराने के मंसूबे सफल नहीं हो पाएंगे। इसके साथ ही अपने मतदान केंद्र के बीएलओ से नए मतदाताओं के नाम मतदाता सूची में दर्ज कराने का कार्य भी अनिवार्य रुप से करें। अगर सही मतदाता सूची नहीं बनी तो पार्टी के सामने लक्ष्य पर विपरीत प्रभाव पड़ेगा। प्रदेश में सरकार बनाने के लिए मतदाता सूची का शुद्धिकरण अत्यंत आवश्यक है।
मध्यप्रदेश में 5 करोड़ 44 लाख वोटर्स- निर्वाचन आयोग के ताजा आंकड़ों के मुताबिक मध्यप्रदेश में मतदाताओं की संख्या 5 करोड़ 44 लाख 52 हजार 522 हो गई है। इसमें सामान्य मतदाताओं की संख्या 5 करोड़ 43 लाख 77 हजार 095 है, जिसमें पुरूष मतदाताओं की संख्या 2 करोड़ 81 लाख 26 हजार 191 है। जबकि महिला मतदाताओं की संख्या 2 करोड़ 62 लाख 49 हजार 578 है, वहीं थर्ड जेंडर मतदाताओं की संख्या 1326 और सेवा मतदाता 75 हजार 427 है। इस प्रकार प्रदेश में कुल मतदाताओं की संख्या 5 करोड़ 44 लाख 52 हजार 522 है।
वोटर लिस्ट अपडेट करने का अभियान-प्रदेश में चुनाव से ठीक पहले इन दिनों निर्वाचन आयोग अभियान चला रहा है। 2 अगस्त से 31 अगस्त तक मतदाता सूची में नए नाम जोड़ने, वोटर लिस्ट में संशोधन और दोहरी प्रवृष्टि वाले मतदाताओं के नाम हटाने के लिए आवेदन लिए जाएंगे। इसके साथ ही जो नागरिक 1 अक्टूबर 2023 की तारीख पर 18 वर्ष की आयु पूरी कर रहे हैं उनका नाम मतदाता सूची में जोड़ने के लिए अग्रिम रूप से आवेदन लिए जाएंगे। 31 अगस्त तक प्राप्त हुए आवेदनों का निराकरण 22 सितंबर तक किया जाएगा। वहीं 4 अक्टूबर को मतदाता सूची का अंतिम प्रकाशन होगा।