मध्यप्रदेश में लाड़ली बहनों को मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने एक और बड़ी सौगात दी है। प्रदेश की लाड़ली बहनों को अब रसोई गैस सिलेंडर 450 रूपए में उपलब्ध होगा। शुक्रवार को मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने सिलेंडर रिफिलिंग योजना का शुभारंभ किया।
टीकमगढ़ जिले की जतारा तहसील के बिलगांय गाँव की लक्ष्मी रैकवार योजना की पहली हितग्राही बन गई है। इसी प्रकार टीकमगढ़ के वार्ड नं. 26 की निवासी योजना की दूसरी उज्जवला योजना की हितग्राही अभिलाषा साहू से पंजीयन प्रक्रिया की पूर्ति करवाई।
प्रदेश में हो रही भारी बारिश के कारण मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान टीकमगढ़ में हुए कार्यक्रम को वर्चुअली संबोधित किया। मुख्यमंत्री ने कहा कि मैंने अपनी लाड़ली बहनों से राखी पर 450 रूपए में गैस सिलेंडर उपलब्ध कराने का वादा किया था, यह भी कहा था कि यह सुविधा जारी रखी जाएगी। मैंने वह वचन पूरा करते हुए इसके लिए योजना लागू कर दी है। अब लाड़ली बहनों और उज्जवला योजना की हितग्राही बहनों को प्रतिमाह एक सिलेंडर 450 रूपए की दर पर उपलब्ध होगा।
कैसे मिलेगा योजना का लाभ?-योजना के तहत हितग्राहियों को गैस कम्पनी से विक्रय दर पर ही सिलेंडर लेना होगा। लाड़ली बहनों को अंतर की राशि उनके बैंक खाते में रिफंड की जाएगी। प्रधानमंत्री उज्जवला योजना की लाभार्थी बहनों के खाते में अनुदान राशि ऑयल कम्पनी द्वारा डाली जाएगी और यह अनुदान राशि राज्य सरकार द्वारा ऑयल कम्पनी को दी जाएगी।
ऐसी लाड़ली बहनें जो उज्जवला योजना की लाभार्थी नहीं है, उनके बैंक खाते में अनुदान राशि सीधे राज्य सरकार डालेगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि बहनों को योजना का लाभ लेने के लिए पोर्टल पर पंजीयन कराना होगा। पंजीयन के लिए एल.पी.जी. कनेक्शन आई.डी. और समग्र आई.डी. की जरूरत होगी। पंजीयन उन सभी केन्द्रों पर किया जाएगा, जहाँ लाड़ली बहना योजना का पंजीयन होता है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि हमारी सरकार जो कहती है, वह करती है। लाड़ली बहनों को दी जाने वाली राशि में वृद्धि की बात कही थी तद्नुसार अक्टूबर माह में 1250 रूपए खाते में डाले जाएंगे। यह राशि क्रमबद्ध रूप से बढ़ाकर 3 हजार रूपए तक की जाएगी। लाड़ली बहनों की जिन्दगी बेहतर हो सके, यह इस दिशा में प्रयास है।
बहनों के जीवन में कोई कष्ट न हो, उनका सम्मान और आत्मविश्वास बढ़े, इस उद्देश्य से राज्य सरकार द्वारा विभिन्न योजनाएँ और कार्यक्रम क्रियान्वित किए जा रहे हैं। बहनों की पढ़ाई के लिए हर स्तर पर व्यवस्था और प्रोत्साहन, विद्यार्थियों को सायकिल, स्कूटी और लैपटाप के माध्यम से निरंतर प्रोत्साहित किया जा रहा है। उनके मेडिकल और इंजीनियरिंग कॉलेज में प्रवेश पर भी राज्य सरकार द्वारा भरवाई जा रही है।