भोपाल। मध्यप्रदेश कांग्रेस के दिग्गज नेता और नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार की मुश्किलें एक बार फिर बढ़ गई है। 2021 में उमंग सिंघार के भोपाल स्थित बंगले में उनकी महिला मित्र सोनिया भारद्वाज के कथित सुसाइड मामले को लेकर सुप्रीम कोर्ट में स्पेशल लीव पिटीशन याचिका दायर की गई है। उमंग सिंघार की पहली पत्नी और याचिकाकर्ता प्रतिमा मुदगल ने मध्यप्रदेश हाईकोर्ट के आदेश के खिलाफ यह एसएलपी लगाई है। याचिका में पूरे मामले की नए सिरे से जांच की मांग की गई है। याचिका में उमंग सिंघार की महिला मित्र सोनिया भारद्वाज की मौत पर सवाल खड़े करते हुए पुलिस अधिकारियों की मिलीभगत से हत्या को आत्महत्या बताने का आरोप लगाया दया है।
सुप्रीम कोर्ट में दायर याचिका में जबलपुर हाईकोर्ट के उस आदेश को चुनौती दी गई है जिसमें पूरे मामले में उमंग सिंघार को क्लीन चिट देते हुए एफआईआर रद्द करने के आदेश दिए गए थे, ताकि यह बात सामने आ सके कि उमंग सिंघार की महिला मित्र की हत्या की गई थी या यह वाकई आत्महत्या का ही मामला है।
गौरतलब है कि 16 मई 2021 को उमंग सिंघार की महिला मित्र सोनिया भारद्वाज का शव उनके भोपाल स्थित घर के बेडरूम से मिला था। राजधानी के शाहपुरा के बी सेक्टर में उमंग सिंघार के बंगले से अंबाला की रहने वाली 38 साल की सोनिया भारद्धाज की लाश मिली थी। उस वक्त पुलिस ने बताया था कि सोनिया ने कमरे की ग्रिल से लटककर फांसी लगा ली। सोनिया भारद्वाज नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार को को लंबे समय से जानती थी और वह अक्सर भोपाल आकर उनके घर में रुकती थी।
वहीं सोनिया के पर्स से पुलिस को मिले सुसाइड नोट में उमंग सिंघार के नाम का जिक्र करते हुए लिखा था कि मैं तुम्हारी जिंदगी में जगह चाह रही थी लेकिन अब और इंतजार नहीं कर सकती। सुसाइड नोट में उमंग पर चीजों को नहीं समझने और बहुत गुस्सा करने का भी जिक्र किया है। सुसाइड नोट में परेशान होकर आत्महत्या करने की बात भी लिखी है।सोनिया भारद्वाज अंबाला के बलदेव नगर रहने वाली थी और कथित सुसाइड से 25 दिन पहले भोपाल आई थी।
वहीं उमंग सिंघार ने अब तक इस पूरे मामले पर कोई बयान नहीं दिया है। उन्होंने अपने सोशल मीडिया अकाउंट पर इसे राजनीतिक साजिश बताते हुए लिखा कि उन्हें राजनीतिक साजिशों से निपटना आता है।