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महाप्रबंधक, एसडीओ और वैज्ञानिक रिश्वत लेते रंगे हाथों गिरफ्तार

हमें फॉलो करें महाप्रबंधक, एसडीओ और वैज्ञानिक रिश्वत लेते रंगे हाथों गिरफ्तार
, शुक्रवार, 14 जुलाई 2017 (00:51 IST)
इंदौर। मध्यप्रदेश कि विशेष पुलिस स्थापना शाखा लोकायुक्त कार्यालय इंदौर के तीन दल ने एक साथ कार्यवाही करते हुए मध्यप्रदेश ग्रामीण सड़क विकास निगम के महाप्रबंधक, जल संसाधन विकास के धार जिले में पदस्थ उपमंडल अधिकारी (एसडीओ) और राजा रमन्ना प्रधोगिकी केंद्र इंदौर में वैज्ञानिक अधिकारी को रिश्वत राशि लेते रंगे हाथों गिरफ्तार किया हैं।
                     
लोकायुक्त कार्यालय इंदौर पुलिस अधीक्षक दिलीप सोनी बताया कि सेल साइट प्रायवेट लिमिटेड के अधिकारियों द्वारा प्राप्त शिकायते जांच में सही पायी जाने पर विभिन्न विभागों के तीन उच्च पदस्थ अधिकारियों को रिश्वत राशि लेते हुए गिरफ्तार किया गया हैं।
                     
सोनी ने बताया कि पहली कार्यवाही रोशन सिंह की शिकायत पर करते हुए आरोपी अशोक चावला (58) महाप्रबंधक मध्य प्रदेश ग्रामीण सड़क विकास प्राधिकरण को दो लाख रुपए की रिश्वत लेते हुए एलआईजी स्थित उनके कार्यालय से रंगे हाथों गिरफ्तार किया गया। 
 
चावला द्वारा द्वारा शिकायतकर्ता उक्त कंपनी से उज्जैन में  प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना के अंतर्गत किए गए कार्य के कार्य पूर्णता प्रमाण पत्र एवं  कार्य के एवज भुगतान देयक पास करने के एवज में बतौर कमीशन के रूप में रिश्वत की मांग की गई थी।
   
दूसरी कार्यवाही सेल साईट कंपनी के संचालक धर्मेंद्र शर्मा की शिकायत पर करते हुए आरोपी अरुण त्रिपाठी उप मंडल अधिकारी (एसडीओ) माही परियोजना सरदारपुर जिला धार जल संसाधन विभाग को 50 हजार रुपए की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों गिरफ्तार किया गया। त्रिपाठी द्वारा किए गए कार्य के भुगतान देयक को पास करने के एवज में कमीशन के रूप में उक्त रिश्वत की मांग की गई थी।
   
इसी प्रकार तीसरी कार्यवाही सेल साइट इंजीनियरिंग के प्रतिनिधि रोशन लट्टे की शिकायत पर करते हुए आरोपी  प्रदीप लट्टे वैज्ञानिक अधिकारी राजा रमन्ना प्रधोगिकी केंद्र को रुपए 20 हजार रुपए की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों गिरफ्तार किया गया।
 
लट्टे द्वारा शिकायतकर्ता कंपनी के द्वारा पूर्व में किए गए कार्य के लिए जमा की गई सुरक्षा निधि को वापस करने के एवज में उक्त राशि की बतौर कमीशन के रूप में की मांग की गई थी। लोकायुक्त पुलिस तीनो मामलो में प्रकरण दर्ज कर भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के तहत आगामी कार्यवाही कर रहीं हैं। (वार्ता)

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