भोपाल। मध्यप्रदेश में मानसून पर ब्रेक लग गया है और झमाझम बारिश के लिए किसी नए सिस्टम के बनने तक करीब 1 सप्ताह तक और इंतजार करना पड़ सकता है।
मौसम विज्ञान भोपाल केंद्र के वरिष्ठ वैज्ञानिक एसके डे ने सोमवार को बताया कि जुलाई माह में राजस्थान के गंगानगर से मध्यभारत सेंट्रल एमपी होकर गुजरने वाली और बंगाल की खाड़ी तक जाने वाली ट्रफ लाइन (द्रोणिका) इस बार जुलाई माह में ही हिमालय की तराई में पहुंच गई जिससे उत्तराखंड, उत्तरप्रदेश, बिहार और असम में खूब बारिश हो रही है लेकिन मध्यप्रदेश में वर्षा थम गई।
डे ने स्पष्ट किया कि सामान्यत: द्रोणिका के जुलाई माह में मध्यप्रदेश में स्थिर रहने से यहां अच्छी बारिश होती है और अगस्त माह में द्रोणिका हिमालय की तराई में पहुंचती है, तब वहां वर्षा होती है।
डे ने बताया कि अगले 2-3 दिनों में संभवत: 17 जुलाई को बंगाल की खाड़ी में नया सिस्टम बनने की संभावना है। उसके ओडिशा और छत्तीसगढ़ होते हुए मध्यप्रदेश तक पहुंचने में 3 दिन और लग सकते हैं। तब प्रदेश में अच्छी वर्षा होगी। इस बीच प्रदेश में व्याप्त हल्की नमी की वजह से कहीं-कहीं छिटपुट वर्षा हो रही है।
डे ने बताया कि सोमवार को पचमढ़ी में 3, मुलताई में 1 तथा मलाजखंड में 0.8 मिमी वर्षा हुई। पिछले 24 घंटों के दौरान भी होशंगाबाद संभाग में कहीं-कहीं हल्की वर्षा हुई है। मौसम विभाग के अनुसार अगले 24 घंटों के दौरान प्रदेश में कुछ स्थानों पर गरज-चमक के साथ हल्की वर्षा की संभावना है। राजधानी भोपाल में बादल छाए रह सकते हैं।
दूसरी ओर प्रदेश में वर्षा के थमने से तापमान में भी वृद्धि होने लगी है। भोपाल में सोमवार को अधिकतम तापमान 33.7 डिग्री सेल्सियस दर्ज हुआ, जो सामान्य से 3 डिग्री ज्यादा है। इसी प्रकार रात्रि का तापमान भी सामान्य से 2 डिग्री अधिक 25.4 डिग्री अंकित हुआ है।