नई दिल्ली। दिल्ली एनसीआर में बारिश का इंतजार बढ़ता ही जा रहा है, जिसके कारण परेशानी भी बढ़ती जा रही है। वहीं पंजाब और हरियाणा की संयुक्त राजधानी चंडीगढ़ समेत कुछ हिस्सों में गुरुवार को बारिश हुई। उत्तर प्रदेश में मानसून की मेहरबानी के कारण लोगों को उमसभरी गर्मी से निजात मिली है। राजधानी लखनऊ सहित उसके आसपास के इलाकों में बारिश का सिलसिला लगातार चल रहा है। पूर्वी उत्तर प्रदेश में कम दबाव का क्षेत्र बना हुआ है, जिसके चलते तेज बारिश का सिलसिला जारी है
खबरों के मुताबिक, दिल्ली एनसीआर में 15 और 16 जुलाई को भी बादल छाए रहेंगे। इस दौरान हल्की बारिश भी हो सकती है। बुधवार को भी दिल्ली में मौसम का मिजाज सामान्य रहा और दिनभर उमसभरी गर्मी ने लोगों को खूब परेशान किया। पंजाब और हरियाणा की संयुक्त राजधानी चंडीगढ़ समेत कुछ हिस्सों में गुरुवार को बारिश हुई। मौसम विभाग ने हरियाणा और पंजाब में शनिवार तक और अधिक बारिश होने की संभावना जताई है।
बिहार में भारी बारिश की चेतावनी : बिहार की राजधानी पटना तथा आसपास के क्षेत्रों में गुरुवार को भी बादल छाए हुए हैं तथा मौसम विभाग ने बारिश के आसार जताए हैं। बीते दो दिनों में राज्य के अधिकांश हिस्सों में रुक-रुककर हो रही बारिश के बाद तापमान में गिरावट दर्ज की गई है। अगले 48 घंटे में भारी बारिश की चेतावनी जारी की गई है।
उत्तर प्रदेश में उमसभरी गर्मी से निजात : उत्तर प्रदेश में मानसून की मेहरबानी के कारण लोगों को उमसभरी गर्मी से निजात मिल गई है। राजधानी लखनऊ सहित उसके आसपास के इलाकों में बारिश का सिलसिला लगातार चल रहा है। पूर्वी उत्तर प्रदेश में कम दबाव का क्षेत्र बना हुआ है, जिसके चलते तेज बारिश का सिलसिला जारी है।
मध्य प्रदेश में कई स्थानों पर बौछारें पड़ने की संभावना : मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल समेत राज्य के अन्य हिस्सों में गुरुवार की सुबह से आसमान में आंशिक हिस्से में बादलों की मौजूदगी की वजह से उमस बढ़ गई है, वहीं मौसम विभाग ने आगामी 24 घंटे में कई स्थानों पर बौछारें पड़ने की संभावना जताई है।
उपहिमालयी जिलों में भारी बारिश होने की चेतावनी : रविवार सुबह तक उत्तर बंगाल के उपहिमालयी जिलों में एक या दो स्थानों पर भारी बारिश होने की चेतावनी जारी की गई है। दार्जिलिंग जिले में एक या दो स्थानों पर मंगलवार से हो रही लगातार बारिश के चलते भूस्खलन होने से पर्वतीय जिले में यातायात प्रभावित हुआ। मूसलधार बारिश से मेघालय में कई स्थानों पर अचानक बाढ़ आ गई है और भूस्खलन की घटनाएं हुई हैं। इसके कारण कई जगहों पर बुनियादी ढांचे को नुकसान पहुंचा है और जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है।