मुंबई। महाराष्ट्र के पालघर जिले में भारी बारिश के कारण गुरुवार को पुल का एक बड़ा हिस्सा बह गया। जिला आपदा प्रबंधन प्रकोष्ठ के प्रमुख विवेकानंद कदम ने बताया कि हादसे में कोई हताहत नहीं हुआ है। उन्होंने बताया कि पुल मोखंडा तालुका के मोरचंडी गांव में एक छोटी नदी पर बना था।
वरिष्ठ पुलिस निरीक्षक संजय आम्ब्रे ने कहा, तड़के पुल का एक बड़ा हिस्सा बह गया। किसी भी दुर्घटना को टालने के लिए पुल के दोनों ओर वाहनों की आवाजाही रोक दी गई है। अधिकारी ने बताया कि जवाहर तालुका से पड़ोसी जिले नासिक तक यातायात की आवाजाही निलंबित है।
आम्ब्रे ने बताया कि एक अन्य घटना में तोरंगाना घाट ढलान पर एक विशाल पत्थर लुढ़ककर मोखदा त्रिम्बकेश्वर मार्ग पर स्थित एक पुल की दीवार से टकरा गया। इससे मोखदा तालुका से नासिक तक वाहनों की आवाजाही प्रभावित हुई है।
दिल्ली-एनसीआर बारिश को तरसा : मौसम विभाग के अनुसार दिल्ली-एनसीआर में अगले 5 दिनों के दौरान बारिश की कोई संभावना नहीं बन रही है। उमस का दौर पहले की तरह जारी रहेगा और तापमान में भी इजाफा हो सकता है। 15 जुलाई को हल्की बारिश का अनुमान है। वहीं दूसरी ओर हरियाणा और राजस्थान में झमाझम बारिश का इंतजार और बढ़ गया है।
रविवार तक दिल्ली में बादल छाए रह सकते हैं। इस दौरान तेज हवा भी चलने की संभावना है। आज भी तेज हवा चलने की स्थिति बनेगी। 15 और 16 जुलाई को भी बादल छाए रहेंगे। इस दौरान हल्की बारिश भी हो सकती है। इससे पहले बुधवार को दिल्ली में मौसम का मिजाज सामान्य रहा। बुधवार को दिनभर उमसभरी गर्मी ने लोगों को खूब तंग किया।
लगातार भारी बारिश से मेघालय हुआ बेहाल : पिछले पांच दिनों से जारी मूसलधार बारिश से मेघालय में कई स्थानों पर अचानक बाढ़ आ गई है और भूस्खलन की घटनाएं हुई हैं। इसके कारण कई जगहों पर बुनियादी ढांचे को नुकसान पहुंचा है और जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। कई नदियां खतरे के निशान से ऊपर बह रही हैं। जल जमाव के कारण कई निचले इलाकों में बाढ़ जैसी स्थिति पैदा हो गई है।
चेरापूंजी में 4 दिनों में 1000 मिलीमीटर बारिश : बारिश की वजह से कई गांव शिलांग से कट गए हैं, क्योंकि पिछले हफ्ते आई बाढ़ में सड़कें क्षतिग्रस्त हो गई थीं। उन्होंने कहा कि मलबा हटाने और सामान्य स्थिति बहाल करने के प्रयास जारी हैं। मौसम विभाग के एक अधिकारी ने बताया कि सोहरा (चेरापूंजी) में पिछले चार दिनों में लगभग 1000 मिलीमीटर बारिश हुई है।