भोपाल। मध्यप्रदेश में कोरोना को काबू में करने के लिए सरकार ने कोरोना के हॉटस्पॉट भोपाल और इंदौर में टेस्टिंग बढ़ाने पर अपना फोकस कर दिया है। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के मुताबिक प्रदेश में व्यापक सर्वे और टेस्टिंग के माध्यम से 405 संक्रमित क्षेत्रों की पहचानकर उन्हें पूर्ण रूप से सील कर दिया गया है। इन संक्रमित में क्षेत्रों में कुल 27 लाख 54 हज़ार व्यक्ति रह रहे हैं, जिनमें से 18 लाख 14 हज़ार व्यक्तियों का सर्वे कार्य पूर्ण कर लिया गया है। इन सभी क्षेत्रों में व्यापक रूप से कोरोना टेस्टिंग की गई है।
प्रदेश में अभी तक 17650 कोरोना टेस्ट के लिए सैंपल लिए गए हैं जिनमें 1307 पॉजिटिव पाए गए हैं। प्रभावित इलाकों में कांटेक्ट ट्रेसिंग एवं स्क्रीनिंग का कार्य गहनता से किया जा रहा है। टेस्टिंग सैंपल्स विशेष विमान से दिल्ली भी भेजे जा रहे है जिससे कि जल्दी रिजल्ट मिल सके।
इंदौर में 5120 टेस्ट – कोरोना से सबसे अधिक प्रभावित इंदौर में प्रशासन अब टेस्टिंग पर विशेष ध्यान दे रहा है। इंदौर में कोरोना संदिग्धों की पहचान कर उनके सैंपल लेकर टेस्टिंग की जा रही है इसके लिए पूरे शहर को 11 जोन में बांटकर अधिकारियों को जिम्मेदारी सौंपी गई है।
इंदौर में अभी तक 5120 सैंपल लिए जा चुके है, जिले में सैंपल लेने की दर 2000 व्यक्ति प्रति 10 लाख है। इंदौर में अब तक 419 सर्वे टीम के माध्यम से 4 लाख व्यक्तियों का कोरोना संबंधी सर्वे किया जा चुका है। इसके साथ 65 मेडिकल मोबाइल टीम भी कार्य कर रही है।
भोपाल में 5 हजार से अधिक टेस्ट – वहीं राजधानी भोपाल जहां इंदौर के बाद सबसे अधिक संख्या में कोरोना पॉजिटिव केस है वहां पर भी प्रशासन अब तक 12 लाख लोगों का सर्वे करा चुका है। गुरुवार तक प्राप्त आंकड़ों के मुताबिक जिला प्रशासन 4975 लोगों का सैंपल ले चुका है। भोपाल कलेक्टर तरुण पिथोड के मुताबिक प्रशासन का लक्ष्य अधिक से अधिक संख्या में लोगों का सर्वे कर बीमारी को और फेलने से रोकना है।