मध्यप्रदेश के चंबल के बीहड़ में फिर डकैत गिरोह की धमक सुनाई देने लगी है। चंबल के बीहड़ में बीते कुछ दिनों से दो डकैत गिरोह की दहशत दिखाई दे रही है। हालात यह है कि चंबल के बीहड़ में सक्रिय दो डकैत गुड्डा गुर्जर और केशव गुर्जर की गैंग ने पुलिस की नाक में दम कर दिया है लेकिन इसके बावजूद पुलिस इन दोनों शातिर डकैतों को पकड़ने में हर बार नाकाम साबित हो रही है। चंबल के बीहड़ में दो शातिर डकैतों की इंट्री ने चंबल से लेकर भोपाल तक खलबली मचा दी है।
बीहड़ में दो डकैतों गिरोह का खौफ-चंबल के बीहड़ में दो दशक के बाद इन दिनों दो शातिर डकैत गिरोह का खौफ देखा जा रहा है। राजस्थान में एक लाख का ईनामी डकैत केशव गुर्जर और मध्यप्रदेश के मुरैना का 70 हजार का ईनामी डकैत गुड्डा गुर्जर की गैंग की धमक बीहड़ में सुनाई दे रही है। मुरैना के चांचौल गांव का रहने वाला कुख्यात डकैत गुड्डा गुर्जर का खौफ मुरैना से लेकर शिवपुरी तक इन दिनों फैला हुआ है। गुड्डा गुर्जर के बढ़ते खौफ को इससे समझा जा सकता है कि सरकार गुड्डा गुर्जर पर एक लाख का ईनाम रखने की तैयारी कर ली है।
डकैत गुड्डा गुर्जर पर 3 दर्जन से अधिक मामले-मुरैना जिले के चांचौल गांव में रहने वाला गुड्डा गुर्जर पर 3 दर्जन से अधिक मामले दर्ज है। डकैत गुड्डा गुर्जर पर मुरैना के पहाड़गढ़,ग्वालियर,शिवपुरी और धौलपुर में मामले दर्ज है। गुड्डा गुर्जर पर हत्या का एक, हत्या के प्रयास के तीन मामले दर्ज है।
डकैत गुड्डा गुर्जर उस वक्त पहली बार चर्चा में आय़ा था जब उसने 2017 में मुरैना के बनमोर के पहाड़ी गांव के जखौदा गांव में जितेंद्र सिंह गुर्जर और उसके भाई बंटी गुर्जर की गोली मारकर हत्या कर दी थी। दोहरे हत्याकांड में डकैत गुड्डा गर्जर तो फरार हो गया लेकिन गिरोह के चार अन्य सदस्य पकड़े गए और उन्हें उमक्रैद की सजा हुई। डकैत गुड्डा गुर्जर के गिरोह में 10-12 डकैत है। खास बात यह है कि गिरोह के सभी सदस्य कभी एक साथ नहीं रहते है। गिरोह का सबसे खतरनाक और सक्रिय सदस्य भोला गुर्जर ही गिरोह के सरगना गुड्डा गुर्जर के साथ रहता है।
मुरैना से शिवपुरी तक गुड्डा गुर्जर का खौफ-डकैत गुड्डा गुर्जर के खौफ का अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि उसने शिवपुरी जिले के डोंमरी गांव और उसके आसपास के पत्थर खदान के मालिकों के सीने पर बंदूक अड़ाकर 10 लाख रुपए के टैरर टैक्स की वसूली की थी। डकैत गुड्डा गुर्जर इस वक्त ग्वालियर-चंबल में सबसे अधिक ईनामी राशि वाला डकैत है।
वही डकैत गुड्डा गुर्जर ने ग्वालियर के चिनोर में व्यापरियों से 25-25 लाख के टैरर टैक्स की मांग की है। डकैत ने व्यापारियों को डाक के माध्यम से पत्र भेजकर टैरर टैक्स की मांग की है और मांग पूरी नहीं होने पर अंजाम भुगतने की धमकी दी है। इसके साथ ही डकैग गुड्डा गुर्जर ने मुरैना के चांचौल गांव को खाली करने का फरमान सुनाया है।
डकैत ग्रामीणों से भी कर रहे वसूली-मुरैना के जिला मुख्यालय से लगभग 70 किलोमीटर दूर स्थित मरा गांव के ग्रामीण डकैतों के खौफ से खौफजदा है। गांव के लोगों का कहा है कि कुछ दिन पहले गांव में डकैत गुड्डा की गैंग आई थी और लोगों से मारपीट करने के साथ उनसे पैसों की वसूली की। वहीं गिरोह ने हर परिवार से एक-एक हजार वसूलने के बाद चली गई। इस घटना के बाद पूरा गांव डरा और सहमा है।
ग्रामीणों का कहना है कि वो रात भर अपने बच्चों की सुरक्षा करने के लिए जागते रहते हैं साथ ही उनको डर है कि कहीं यह डकैतों की गैंग उनके परिवारों पर हमला न कर दे। हालांकि पुलिस ने गांव की सुरक्षा के लिए पुलिस बल भी तैनात कर दिया है लेकिन सबसे बड़ी बात यह है कि दोनों डकैतों की गैंग हर बार अलग-अलग गांव को निशाना बनाती है अब यह नहीं पता कि इस गैंग की अगले टारगेट पर कौन सा गांव है।
डकैत गुड्डा गुर्जर गैंग से सरकार परेशान?- चुनावी साल में चंबल में एक नहीं दो-दो डकैत गिरोह की सक्रियता ने सरकार की टेंशन बढ़ा दी है। भाजपा चंबल के बीहड़ से डकैतों के सफाए को पिछले कई चुनाव से चुनावी मुद्दा बनाते हुए इसका सियासी माइलेज लेने से नहीं चूकी है। पिछले दिनों मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने आला अफसरों को चंबल के बीहड़ को डकैत मुक्त करने की दो टूक चेतावनी दे दी है। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि डकैत गुड्डा गुर्जर की वजह से प्रदेश की छवि खराब हो रही है। इसके बाद अब पुलिस ने डकैत गिरोह पर शिकंजा कसना शुरु कर दिया है।
डकैत गुड्डा गुर्जर को पकड़ने के लिए पुलिस बीहड़ों की खाक छान रही है। मुरैना पुलिस ने डकैत गुड्डा गुर्जर के परिवार पर शिकंजा कसते हुए डकैत गुड्डा गुर्जर के बड़े भाई पप्पू गुर्जर, भतीजी प्रीती गुर्जर को गिरोह की मदद के आरोप में पकड़ा है।
बहरहाल इस समय चंबल की दोनों सक्रिय डकैतों की गैंग ने मुरैना जिले की पुलिस की नाक में दम कर दिया है। हालात यह है कि मुरैना पुलिस ने कई बार इन डकैतों की गैंग और इनके मुखिया को पकड़ने की कोशिश की लेकिन हर बार यह पुलिस को चकमा दे जाते है। बताया जा रहा है कि पुलिस का मुखबिर तंत्र फेल होने के कारण डकैत गिरोह लगातार चंबल के बीहड़ों में वारदातों को अंजाम दे रहे हैं अगर पुलिस का खुफिया तंत्र मजबूत और प्लानिंग के तहत काम किया जाए तो शायद चंबल से इन दोनों डकैतों का खात्मा किया जा सकता है।