बुरहानपुर। महाराष्ट्र के विभिन्न हिस्सों में पिछले 3 दिन से जारी हिंसा का असर गुरुवार को मध्यप्रदेश के सीमावर्ती जिले बुरहानपुर में भी दिखाई दिया जिसके बाद प्रशासन की सख्ती के चलते उपद्रवियों को कुछ ही देर में खदेड़ दिया गया।
महाराष्ट्र में हुई हिंसा के विरोध में विभिन्न संगठनों ने गुरुवार को 3 ओर से महाराष्ट्र की सीमा से घिरे 'बुरहानपुर बंद' का आह्वान किया था। इसी दौरान दोपहर करीब 12 बजे जिला मुख्यालय स्थित अंतरप्रांतीय पुष्पक बस स्टैंड पर बंद करा रहे युवकों ने हंगामा कर खड़ी बसों में तोड़फोड़ का प्रयास किया।
उपद्रवियों ने एक दर्जन निजी यात्री बसों को नुकसान पहुंचाने की कोशिश की जिसके बाद मौके पर पहुंची पुलिस ने उपद्रवियों को बस स्टैंड से खदेड़कर बस स्टैंड बंद करा दिया। इसके बाद उपद्रवियों ने कुछ अन्य स्थानों पर भी पहुंचने का प्रयास किया लेकिन पुलिस की सख्ती के चलते ऐसा नहीं हो सका।
बुरहानपुर की सीमा महाराष्ट्र के जलगांव, अमरावती, अकोला और बुलढाणा जिले से लगी है। मुख्य बस स्टैंड से मध्यप्रदेश के विभिन्न हिस्सों के अलावा महाराष्ट्र, गुजरात और राजस्थान के लिए भी बसें आती-जाती हैं।
पुलिस अधीक्षक पंकज श्रीवास्तव ने दूरभाष पर बताया कि कतिपय संगठनों ने शहर में बंद की अपील की थी। इस दौरान बस स्टैंड पर कुछ बसों में तोड़फोड़ के मामले हुए। 7 लोगों के खिलाफ कोतवाली थाने में नामजद प्रकरण दर्ज किए गए हैं, बाकी उपद्रवियों की पहचान की जा रही है। स्थिति वर्तमान में शांतिपूर्ण और नियंत्रण में है।
ग्रामीण अंचलों के विभिन्न थानों नेपानगर, शाहपुर, खकनार और निंबोला पुलिस थानों से अतिरिक्त पुलिस बल जिला मुख्यालय पर तैनाती के लिए बुलवाया गया है। (वार्ता)