भोपाल। मध्यप्रदेश की प्रमुख नदियों और जलाशयों का जल-स्तर इस वर्षाकाल में अभी तक खतरे के निशान से दूर है। इसलिए अभी तक किसी भी बांध के द्वार नहीं खोले गए हैं।
प्रदेश के चार जिलों रीवा, भिण्ड, अशोकनगर और दतिया में सामान्य से अधिक वर्षा दर्ज की गई है। उप राहत आयुक्त से प्राप्त जानकारी के अनुसार एक जून से 11 जुलाई तक 25 जिलों में सामान्य, 20 में कम और दो जिलों में अल्प वर्षा अंकित हुई है।
प्रदेश में कम वर्षा वाले जिलों में बालाघाट, डिण्डोरी, दमोह, छतरपुर, शहडोल, अनूपपुर, खरगोन, बुरहानपुर, उज्जैन, मंदसौर, रतलाम, देवास, श्योपुर, शिवपुरी, गुना, भोपाल, राजगढ़, होशंगाबाद, हरदा और बैतूल शामिल हैं। जबकि सिंगरौली और आगर-मालवा को अल्प वर्षा वाले जिलों में शामिल किया गया है।
प्रदेश के जबलपुर, कटनी, छिंदवाड़ा, सिवनी, मण्डला, नरसिंहपुर, सागर, पन्ना, टीकमगढ़, सीधी, सतना, उमरिया, इंदौर, धार, झाबुआ, अलीराजपुर, बड़वानी, खंडवा, नीमच, शाजापुर, मुरैना, ग्वालियर, सीहोर, रायसेन और विदिशा में सामान्य वर्षा दर्ज की गई है। (भाषा)