भोपाल। मध्यप्रदेश में मानसून का इंतजार इस बार लंबा होता जा रहा है। जून का आखिरी सप्ताह शुरू होने को है, लेकिन मानसून ने अब तक दस्तक नहीं दी है। मौसम विज्ञानियों के अनुसार, अगले 3 से 4 दिनों में मानसून मध्यप्रदेश में दस्तक दे सकता है। इस बीच छत्तीसगढ़ में मानसून पहुंच गया है। शुक्रवार रात से बस्तर में लगातार बारिश हो रही है और ऐसा अनुमान है कि अगले 24 घंटों में मानसून और रफ्तार पकड़कर पूरे छत्तीसगढ़ में सक्रिय होगा।
सामान्यत: छत्तीसगढ़ में मानसून आने के 3 से 4 दिनों में मध्यप्रदेश में भी वो अपनी दस्तक दे देता है, वहीं मौसम विभाग की मानें तो उसके अनुसार प्री-मानसून की बारिश के बाद अब मानसून के जल्द दस्तक देने के आसार बनने लगे हैं। तापमान के 45 पार पहुंचने के बाद प्री-मानसून की बारिश ने जनता को बड़ी राहत पहुंचाई है। भोपाल मौसम केंद्र के विज्ञानियों की मानें तो अगले 3 से 4 दिनों में मानसून मध्यप्रदेश में दस्तक दे सकता है।
पूर्वी मध्यप्रदेश से आएगा मानसून : मौसम विज्ञानियों की मानें तो मानसून का आगमन उसके आने की तीव्रता पर निर्भर करता है। जिस तरफ तीव्रता अधिक रहती है, उसी तरफ से मानसून का आगमन होता है। मौसम विज्ञानियों के अनुसार इस बार मानसून का आगमन पूर्वी मध्यप्रदेश से होने के आसार हैं। पूर्वी मध्यप्रदेश में जबलपुर व उमरिया क्षेत्र आते हैं।
पिछले 4 सालों में कब-कब आया मानसून? : अगर बात करें मानसून के प्रदेश में दस्तक देने की, तो पिछले 4 सालों में मानसून आने की तारीख बढ़ती ही जा रही है। सामन्य तौर पर मध्यप्रदेश में मानसून आने की तारीख तो हर जून तय है लेकिन पिछले कुछ सालों से यह तारीख बढ़ती जा रही है।
अगर मौसम विभाग के आंकड़ों को देखें तो पिछले 4 सालों में मानसून ने जून के आखिर 10 दिनों में ही दस्तक दी है। 2015 में मानसून ने 22 जून को दस्तक दी थी वहीं 2016 में मानसून 20 जून को मध्यप्रदेश पहुंचा था। 2017 में मानसून का आगमन 26 जून को हुआ और 2018 में 24 जून को मानसून ने प्रदेश में अपनी दस्तक दी थी। अगर आंकड़ों को देखा जाए तो इस बार मानसून सबसे लेट में मध्यप्रदेश में आने का अनुमान है।