वेदों में कहा गया है- गावो विश्वस्य मातरः। अर्थात गाय संपूर्ण विश्व की माता है। लेकिन, इंदौर के समीप पेड़मी गांव में एक गोशाला के पीछे इसी गाय माता के शवों को कुत्तों द्वारा नोचते हुए जिसने भी देखा दहल गया।
दरअसल, इस गोशाला के पीछे 150 गायों के कंकाल मिलने की खबर है। पुलिस जांच में 21 गायों के टैग मिलने की पुष्टि हुई है। हालांकि मध्यप्रदेश में इस तरह का यह पहला मामला नहीं है। भोपाल के बैरसिया में भी सैकड़ों गायों के मरने का मामला सामने आया था। इसी तरह सतना जिले की पारसनाथ गोशाला में भी अव्यवस्था के चलते गायों के मरने की खबर पिछले दिनों आई थी।
प्रबंधक हिरासत में : इंदौर से करीब 30 किलोमीटर दूर इस गोशाला का संचालन अहिल्या माता जीवदया ट्रस्ट द्वारा किया जाता है। गोशाला के पीछे का जो दृश्य सामने आया है, उसको देखकर हर कोई दहल गया। यह स्थिति भी तब है जब राज्य में भाजपा की सरकार है और भाजपा का गाय प्रेम किसी से छिपा हुआ भी नहीं है। इस बीच, खुड़ैल पुलिस ने गोवंश प्रतिषेद के तहत अधिनियम के तहत केस दर्ज कर लिया है और गोशाला के प्रबंधक अशोक पस्तोर को हिरासत में ले लिया है।
कलेक्टर ने दिए जांच के आदेश : मामला सामने आने के बाद इंदौर कलेक्टर मनीष सिंह ने तुरंत जांच के आदेश दिए है। सिंह ने एसडीएम प्रतुल चंद्र सिन्हा को इस पूरे मामले की जांच के निर्देश दिए हैं। दरअसल, बुधवार को कुछ लोग गोशाला गए थे। इसके बाद वे लोग गोशाला के आगे तालाब के पास गए, जहां 100 से ज्यादा गायों के कंकाल और अवशेष दिखाई दिए। गायों के शवों को कुत्तों द्वारा नोचकर खाया जा रहा था। इन लोगों ने इस बात की शिकायत पुलिस और संयुक्त संचालक पशु चिकित्सा विभाग में की। पुलिस ने गोशाला के केयर टेकर के खिलाफ खिलाफ मामला दर्ज किया है।
क्या कहते हैं जिम्मेदार : हालांकि गोशाला संचालकों का कहना है कि गोशाला में हम गायों की सेवा करते हैं। लोग बीमार गायों को गोशाला छोड़ जाते हैं। उपचार के दौरान कई गायों की मौत हो जाती है। ऐसे में हम गाय के मृत शरीर को बाहर फिंकवा देते हैं।
दूसरी ओर, जांच अधिकारी एसीपी (हेडक्वाटर) अजय वाजपेयी का कहना घटना स्थल पर गायों के गले मे लगने वाले 21 टैग मिले है। गायों के अवशेषों को पोस्टमार्टम के लिए वेटनरी कॉलेज भेजा जा चुका है और पीएम के बाद पूरे मामले की असली वजह पता चल पाएगी।
कांग्रेस ने साधा सरकार पर निशाना : इस बीच, कांग्रेस ने भी इस पूरे मामले को हाथोंहाथ लपक लिया है। पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ ने कहा कि मध्यप्रदेश के भोपाल के बैरसिया में सैकड़ों गो माताओं की मौत के बाद सरकार ने गोशालाओं की समीक्षा, गायों के भरण-पोषण के इंतज़ाम के बड़े-बड़े दावे किए थे, लेकिन उसके बाद भी प्रदेश में गायों की मौत निरंतर जारी है। उन्होंने कहा कि शिवराज सरकार को प्रदेश में गो माता के संरक्षण व संवर्धन के लिए तत्काल आवश्यक कदम उठाना चाहिए व ऐसी घटनाओं के दोषियों पर कड़ी से कड़ी कार्रवाई करना चाहिए।
विधायक संजय शुक्ला ने इस मामले को लेकर गोशाला प्रबंधन पर सवाल उठाए हैं। इंदौर जिला कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष सदाशिव यादव ने कहा कि अहिल्या माता गोशाला में खाने-पीने के अभाव में 150 से अधिक गायों का मर जाना भाजपा के सरकार के लिए शर्मनाक है। यादव ने कहा कि जो पार्टी गायों के नाम पर अपनी सरकार चला रही है, उसकी सरकार में गोमाता की दुर्दशा देखकर भाजपा सरकार की कथनी और करनी में साफ अंतर दिख रहा है।